बीकानेरी भुजिया खाने के लिए अब इतने रुपये करने होंगे खर्च, जानिए महंगी होने की वजह

श्रीगंगानगर, खाद्य तेल और दालों की कीमतें कम नहीं होने का विश्व प्रसिद्ध बीकानेरी भुजिया उद्योग पर भारी असर पड़ा है और यह महंगी हो गई। बीकानेर पापड़-भुजिया निर्माता संघ ने भुजिया की कीमतों में छह से 20 रुपए प्रति किलोग्राम तक की वृद्धि करने की घोषणा की है। यह वृद्धि मंगलवार से लागू हो जायेगी।

संघ के अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि बीकानेर के भुजिया व्यापारियों ने वार्ता कर कीमतें बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि खाद्य तेलों एवं दालों के दाम अत्यधिक बढ़ जाने के कारण वर्तमान मूल्य पर व्यापार करना सम्भव नहीं है। व्यापारी लंबे समय से घाटे में व्यापार कर रहे हैं। इस उम्मीद में की तेल एवं दाल का सीजन आने पर कच्चे माल के दाम नियंत्रण में आ जाएंगे लेकिन यह उम्मीदें विफल रहीं। तेलों के सीजन में भी दाम ऑफ सीजन से भी बढकर आये हैं। इसलिए वर्तमान स्थिति में पुरानी रेट पर माल बेचना सम्भव नहीं रह गया। उन्होंने बताया कि करोना काल के चलते व्यापारी पहले ही बहुत नुकसान उठा चुके हैं, फिर भी उन्होंने कीमतें नहीं बढ़ाईं, पर अब भुजिया पुराने भाव में बेचना सम्भव नहीं रहा।

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उन्होंने बताया कि भुजिया की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए छह 20 रुपये प्रति किलो भाव बढाकर 220 रुपये तक करने पर सभी व्यापारियों की सहमति बनी। वार्ता में हड़मान भुजियावाले, हरिराम भुजियावाले, गिरधारीलाल भुजिया वाले, हीरालाल पन्नालाल भुजिया, आचार्य भुजिया, शिव भुजिया, भंवरलाल जुगलकिशोर, महावीर भुजियावाले सहित अनेक भुजिया व्यवसायियों ने मंगलवार से भाव बढ़ाने का निर्णय लिया है।

 

 

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