शामली : खनन माफियाओं का सरकार को ठेंगा, मशीनों से खनन हुआ शुरू

शामली जनपद में यमुना नदी में मशीनों से खनन शुरू हो गया है। एक तरफ जहां खनन माफिया सरकार को ठेंगा दिखाते हुए दर्जनों ( पोकलैंड और जेसीबी) मशीन यमुना में उतार कर दिन रात यमुना का सीना चीरते हुए उसका बहाव मोड़ रहे हैं। दो-तीन महीने पहले खनन पॉइंट से कुछ दूरी पर आधा दर्जन युवकों की जान जा चुकी है और उस समय ग्रामीणों द्वारा बताया गया था कि यमुना में खनन के कुंड होने की वजह से सभी युवको की जान गई है।

जिलाधिकारी द्वारा मशीनों की अनुमति की बात कही गई है लेकिन मशीन कितनी है और इसकी निर्धारित संख्या कितनी है यह नही बताया गया है। वहीं खनन माफिया मानको के विरुद्ध जाकर दिन-रात खनन कर रहे हैं और रोजाना सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं।

मामला शामली जनपद का है जहाँ पर वैध पट्टे की आड़ में अवैध तरीके से मानकों के विरुद्ध जाकर पोकलैंड और जेसीबी मशीन से खनन किया जा रहा है। वही दिन रात चलने वाला खनन पॉइंट पर पोकलैंड व जेसीबी मशीन से रोजाना सैकड़ों ओवरलोड वाहन भरकर निकाले जा रहे हैं । दिन रात हो रहे खनन से रोजाना सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।

खनन पॉइंट पर जहा दिन-रात खनन किया जा रहा है तो वहीं अधिकारियों की मिलीभगत से पोकलैंड जेसीबी मशीन से ओवर लोडिंड वाहन भी निकाले जा रहे हैं। खनन पॉइंट पर रोजाना नियम विरुद्ध दर्जन भर के करीब पोकलैंड और जेसीबी मशीन चला कर लाखों का रेत निकाला जा रहा है और ओवरलोडेड वाहनों से यातायात के नियम भी तोड़े जा रहे है।

गौर करने वाली बात है कि करीब तीन महीने पहले खनन पॉइंट से कुछ ही दूरी पर यमुना में नहाने गए 5 युवक यमुना में समा गए थे जिनके शव कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने बाहर निकाले थे। 9 गए पांच युवकों की मौत के बाद ग्रामीणों ने काफी हंगामा किया था और कहा था कि यमुना में अवैध खनन कर बनाए कुंड में फसने से पांचों युवकों की जान गई है लेकिन उसके बावजूद भी जिले के तमाम आला अधिकारी सीख लेने की वजह दोबारा से ऐसी ही किसी घटना के दो राय जाने के इंतजार में आंखें मूंदे बैठे हैं।

वही इस पूरे मामले पर जब हमने जिलाधिकारी शामली जसजीत कौर से बात की तो जिलाधिकारी का कहना है कि “कैराना कोतवाली क्षेत्र के मामूर गांव के पास यमुना नदी में वैध पट्टा निर्धारित है और दिन रात चलने वाले सवालों पर जिला अधिकारी जांच की बात कहते अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रही है जबकि दिन-रात खनन पोकलैंड और जेसीबी मशीन से जारी है ।”

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