भोपाल संभाग में हुई किसान खेत पाठशाला अभियान की शुरुआत

भोपाल। संभाग में आगामी दो वर्षों में कृषि आय दोगुनी करने के लिए “किसान खेत पाठशाला अभियान” अनवरत चलाया जाएगा। शुक्रवार को सीहोर जिला मुख्यालाय पर भोपाल संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने अभियान की कार्ययोजना को विदिशा- भोपाल और सीहोर के अधिकारियों के साथ बैठक कर अंतिम रूप दिया। सीहोर के कलेक्टर अजय गुप्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

कमिश्नर कियावत ने कहा है कि इस पूरे अभियान का मकसद खेती में किसानों के सहयोग से क्रांतिकारी परिवर्तन लाकर पहले ही वर्ष 30 से 40 फीसदी तक आय में वृद्धि करना है। उन्होंने कहा कि इस मकसद की पूर्ति के लिए गांव और शहर के हर उस व्यक्ति को आमंत्रण है जो कृषि क्षेत्र में बेहतर परिणाम के लिए प्रेरणा का काम कर सके। इस अभियान का उददेश्य कृषि उत्पादकता में बढ़ोत्तरी, कृषि की गतिविधियों में विविधता और संसाधनों तथा तकनीक का समन्वयपूर्वक उपयोग कर कृषि आय में वृद्धि है। उन्होंने कहा कि इस अनूठे अभियान में फ्रंटलाइन में काम करने वाली टीम और इस टीम को सहयोग करने वाली टीम मिलकर पूरी गंभीरता से अभियान को खेत और किसानों तक पहुंचाएंगे।

बैठक के दौरान कमिश्नर कियावत ने कहा कि इस अभियान का प्रत्येक ग्राम पंचायत में कृषकों को आय दोगुनी करने के लिए नए प्रयोगों की जानकारी देना है। इस पाठशाला में जनप्रतिनिधियों, मीडिया, धर्मगुरू, एनजीओ आदि को अभियान का हिस्सा बनाना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी अमले को अभियान से जोड़ा जाएगा जो वातावरण निर्माण के लिए स्थानीय स्तर पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर गतिविधि एक दिन की होगी। अलग-अलग तरीके से सभी ग्राम पंचायतों में प्रशिक्षण निर्धारित मैनुअल के हिसाब से ही ट्रेनिंग होगी। इसके साथ ही उन्होंने बीजोपचार, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, फसल प्रबंधन, कीटनाशक, खाद, फसल कटाई, नरवाई न जलाना आदि की भी जानकारी कृषकों को देनी होगी।

उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जिले में फसल कटाई के लिए आने वाले हारवेस्टर का पंजीयन करें, रिपर युक्त हारवेस्टर ही जिले में आएं। साथ ही किसानों को सामूहिक शपथ दिलाएं कि वह नरवाई नहीं जलाएंगे। कृषक मेढ़ या थोड़ी सी भी छूटी हुई जगह का उपयोग करें। एक मेड चार पेड़ की अवधारणा के अनुरूप फलदार पेड़ लगाएं। संतुलित बीज का उपयोग करें, छूटी हुई जमीन पर सब्जी या बेल नुमा फसलों को लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। चार मेढ़ – चार पेड़ में आम, आंवला, नीबू, कटहल तथा मुनगा, बांस व अन्य फलदार वृक्षों को लगाएं।

कियावत ने कहा कि जिन किसानों के पास गोवंश है वे समय-समय पर पशुओं का उपचार करायें, समय पर टीकाकरण हो। उन्होंने पशुपालन विभाग एवं कृषि विभाग को निर्देशित किया कि गोवंश पालकों को बारह माहिने चारे की व्यवस्था एवं गुणवत्तापूर्ण पशु आहार के बारे में जानकारी दी जाए। साथ ही कृषकों को गुणवत्तापूर्ण नई नस्ल लेने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मानसिकता बदलने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। शाला भवन, मंदिर, आश्रम, शासकीय भवन, चौपाल के नीचे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किसान खेत पाठशाला का आयोजन करें। जिले से चयनित अधिकारी /कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया जाएगा जिनको विधिवत प्रशिक्षण दिया जाएगा।

कियावत ने कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, पशुपालन विभाग आदि से भी चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर अजय गुप्ता के अलावा पुलिस अधीक्षक, शशीन्द्र चौहान, डीएफओ रमेश गनावा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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