HRD मंत्रालय ने छात्रों की बढ़ती ऑनलाइन पढ़ाई की समय सीमा की तय, जारी हुई गाइडलाइंस

देश में कोरोना संकट के बीच छात्र छात्राओं को ऑनलाइन क्लासेस दी जा रही है। हालांकि आजकल छात्रों की ऑनलाइन क्लास कई घंटों तक चल जाती है। जिसके बाद पेरेंट्स की कंप्लेंट भी आने लगी है। ऐसे में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज के लिए गाइडलाइन जारी की है। किसी एक दिन में फैशन और कॉलस्क्रीन टाइम की समय सीमा भी तय कर दी गई है।

बता दें कि मंत्रालय नहीं है गाइडलाइंस इसलिए जारी की है क्योंकि कोरोनावायरस के कारण स्कूल बंद हो गए थे जिसके बाद छात्रों की बिल्कुल रेगुलर कक्षाओं जितनी लंबी क्लासेज चलाई जा रही थी। जिसकी वजह से बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज की टाइमिंग काफी बढ़ गई थी। जिसके चलते हैं मंत्रालय को इसकी गाइडलाइंस भी जारी करनी पड़ी है।

‘प्राज्ञाता’ मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस में कहा गया कि प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए रोज़ाना अधिकतम दो सेशन किये जा सकते हैं जिसका स्क्रीन टाइम आधे घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसी तरह से पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए रोज़ाना दो सेशन किए जा सकते हैं जिनमें प्रत्येक का स्क्रीन टाइमिंग अधिकतम 45 मिनट का होगा।

वहीं 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए रोज़ाना अधिकतम चार क्लासेज के लिए सिफारिश की गई है जिनकी स्क्रीन टाइमिंग आधे घंटे से 45 मिनट तक की जा सकती है। बता दें कि कोविड-19 की वजह से करीब 24 करोड़ बच्चे प्रभावित हुए हैं। स्कूल के बंद होने से इनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, मंत्री ने कहा, ‘‘डिजिटल और ऑनलाइन शिक्षा पर यह दिशा निर्देश बेहतर गुणवत्ता के साथ ऑनलाइन शिक्षा को आगे बढ़ाने में मददगार होगा।’’ इन दिशा निर्देशों में डिजिटल ऐक्सेस वाले छात्रों, सीमित डिजिटल पहुंच वाले छात्रों या डिजिटल पहुंच से वंचित छात्रों, सभी के लिए एनसीईआरटी के वैकल्पित अकादमिक कैलेंडर के उपयोग पर जोर दिया गया है।

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