किसानों की बड़ी बैठक आज, MSP पर चर्चा संभव; ये होंगे बड़े मुद्दे

नई दिल्ली. सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर रविवार को भी संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) की बड़ी बैठक आयोजित होने जा रही है. खबर है कि किसान नेता इस दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर आगे की रणनीति तैयार कर सकते हैं. शनिवार को हुई बैठक में एमएसपी, किसानों के खिलाफ केस जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने जानकारी दी थी कि 29 तारीख से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान कानून वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. किसानों ने कानून रद्द होने तक आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि केंद्र की तरफ से कानून वापस लिए जाने के बाद भी कार्यक्रम जारी रहेंगे. SKM की कोर कमेटी की बैठक के बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में टिकैत ने कहा, ‘संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यक्रम, जिनमें 22 नवंबर को लखनऊ महापंचायत, 26 नवंबर को सिंघू बॉर्डर पर कार्यक्रम और 29 नवंबर को संसद जाने के कार्यक्रम समेत आयोजन जारी रहेंगे.’

शनिवार को हुई बैठक को लेकर टिकैत ने बताया था कि एमएसपी, आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज मामले और आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के लिए स्मारक जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई थी. उन्होंने कहा, ‘हम ये मुद्दे सरकार के सामने पेश करेंगे, वह जब भी हमसे बात करेगी. हमने कहा था कि बातचीत जारी रहनी चाहिए. अगर मुद्दा सुलझने की ओर जा रहा है, तो उसे उसी रास्ते पर जाना चाहिए.’

क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल सिंह ने शनिवार को कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार एमएसपी, पावर बिल 2020 और एयर क्वालिटी ऑर्डिनेंस जैसे मुद्दे नहीं सुलझा देती. पत्रकारों से बातचीत के दौरान पाल ने कहा, ‘जब तक हमारे लंबित मुद्दों पर बात नहीं की जाती, आंदोलन जारी रहेगा. इनमें एमएसपी, पावर बिल 2020, एयर क्वालिटी ऑर्डिनेंस, हमारे खिलाफ दर्ज मामले और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के स्मारक के लिए जगह का आवंटन शामिल है. हमें उम्मीद है कि सरकार इन मुद्दों को निपटाने के लिए बातचीत करेगी.’ सिंह ने बताया कि बैठक रविवार को भी जारी रहेगी.

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