गोरखपुर : बिहार से दिल्‍ली भेजे जा रहे 20 नाबालिग बच्‍चे बरामद, क्राइम ब्रांच ने 9 मानव तस्‍करों को दबोचा

गोरखपुरः नाबालिग बच्‍चों की तस्‍करी पर बनी फिल्‍म ‘मर्दानी’ तो सभी के जेहन में ताजा होगी. ऐसे ही एक वाकए का पर्दाफाश गोरखपुर पुलिस ने किया है. जहां बिहार के अररिया से मानव तस्‍करी कर बस से दिल्‍ली भेजे जा रहे 20 नाबालिग बच्‍चों को पुलिस ने बरामद किया है. ये सभी बच्‍चे गरीब परिवार के हैं. इनके परिवार को प्रलोभन देकर बच्‍चों को दिल्‍ली ले जा रहे 9 मानव तस्करों को भी गोरखपुर की एएचटीयू (क्राइम ब्रांच) की टीम ने धर दबोचा है.

गोरखपुर के खोराबार इलाके के जगदीशपुर माड़ापार कोनी तिराहा पर बिहार से आ रही बस को पुलिस ने रेस्‍क्‍यू आपरेशन के बाद 9 मानव तस्‍करों को गिरफ्तार किया. इनके कब्‍जे से बसों मे बैठे 20 नाबालिग बच्‍चों को बरामद किया गया. ये मानव तस्‍कर बच्‍चों को अररिया बिहार से दिल्‍ली लेकर जा रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया. एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि एएचटीयू गोरखपुर के प्रभारी अजीत प्रताप सिंह और उनकी टीम को ये सफलता मिली है.

एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के राज्‍य समन्‍वय सूर्य प्रताप मिश्रा ने कूड़ाघाट में उन्‍हें जानकारी दी कि कुछ मानव तस्‍कर बस से बिहार से कुछ बच्‍चों को दिल्‍ली ले जाने वाले हैं. इस सूचना पर टीम ने खोराबार इलाके के जगदीशपुर माड़ापार कोनी तिराहा पर घेराबंदी कर दी. इस दौरान 9 मानव तस्‍करों को पुलिस ने 17 अगस्‍त की सुबह 9.30 बजे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्‍जे से 20 नाबालिग बच्‍चों को मुक्‍त कराया है. बच्‍चों को बचाव रेस्‍क्‍यू कर चाइल्‍ड लाइन को सुपुर्द कर दिया गया है.
आरोपियों की पहचान बिहार के अररिया जिलो के रहने वाले मोहम्‍मद हाशिम, मोहम्‍मद जाहिद, इश्तियाक, शमशाद, मुर्शीद, मारूफ, नूर हसन, शाहिद और हसीब के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 (5), 420, 79 किशोर न्‍याय अधिनियम और 3 सीएलपीआर एक्‍ट 2016 के तहत मामला दर्ज किया है. एसपी क्राइम ने बताया कि 16 अगस्‍त को इस बारे में जानकारी मिली. तीन बसों से बिहार के अररिया से गोरखपुर से होते हुए दिल्‍ली ले जाया जा रहा था. तीनों बसों को सर्च किया गया.

दो बसों में 20 बच्‍चों को रेस्‍क्‍यू किया गया. 20 बच्‍चों में 19 बच्‍चे 18 साल से कम हैं. उन्‍होंने बताया कि ये संगठित अपराध है. इनका गिरोह है. इनसे पूछताछ की जाएगी और ये पता लगाया जाएगा कि इनका संगठित गिरोह कहां तक फैला हुआ है. इसके साथ ही ये कितने बच्‍चों की तस्‍करी कर चुके हैं. बच्‍चों को मूल जनपद भेजने की कार्रवाई की जा रही है.

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