किसानों के लिए 35 पैसे बढ़ाकर वाहवाही लूट रही सरकार– राष्ट्रीय किसान यूनियन..

शामली –उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सत्र 2023-24 को लेकर आज आखिरी बजट पेश किया गया है। वही बजट में सरकार ने रोजगार, किसान, कानून व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य आदि योजनाओं के लिए लगभग 7 लाख करोड रुपए का बजट पेश किया है। इस बजट में किसानों की बात करें तो एक तरफ तो किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आती है। वहीं दूसरी तरफ किसान ना खुश नजर आ रहे हैं। क्योंकि सरकार ने गन्ने के मूल्य में पिछले वर्ष मात्र 35 पैसे की वृद्धि की थी और इस वर्ष कोई भी वृद्धि नहीं हुई है। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित मलिक ने इस बजट को लॉलीपॉप बताया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सत्र 2023 24 के लिए बजट पेश किया गया है।

जिसमें किसानों के लिए बिजली बिल 100% माफ किया गया है। वही किसानों की आय को दुगनी भी बताया गया है। जिसमें कहा गया है कि 100875 टन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से किसानों के उत्पादन में वृद्धि हुई है ।जिसमें औसतन 349 प्रति कुंतल की दर रुपये 34656 की वृद्धि हुई है। किसानों की दुगनी आय को लेकर किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक का कहना है कि किसानों की मेहनत से पैदावार दुगनी हुई है ।इसलिए किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है।

सरकार ने किसानों की आय दुगनी नहीं की है। बल्कि पहले से किसानों की आय कम हो गई है। इस वर्ष भी किसानों के गन्ने का मूल्य 350 रुपये ही है। वही किसानों का बकाया गन्ना भुगतान भी सरकार समय से नहीं करा पाई है। पिछले वर्ष सरकार ने किसानों के गन्ने पर मात्र 35 पैसे बढ़ाए थे। लेकिन इस वर्ष किसानों के गन्ने पर कोई भी मूल्य नहीं बढ़ाया गया है। वही किसानों के निजी नलकूप पर 100% बिजली बिल माफ करने पर सवित मलिक ने सरकार का आभार व्यक्त किया है।

सत्र 2023-24 के पेश हुए बजट को लेकर जब युवाओ से बात की गई तो उनका कहना है कि रोजगार के मामले में उत्तर प्रदेश और केंद्र दोनों ही सरकार विफल रही हैं। वही किसानों के द्वारा 100875 टन प्रति हेक्टेयर के उत्पादन पर युवा का कहना है कि यह सब बातें लखनऊ कार्यालय के कागजों में दिखाई देती है धरातल पर ऐसा कुछ भी नहीं है।

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