शहीद 3 जवानों की पत्नियों ने राज्यपाल से मांगी मृत्यु इच्छा , पुलवामा कांड..

राजस्थान –साल 2019 के फरवरी महीने की 14 तारीख ने देश को झकझोर कर रख दिया था। आज इस आतंकी घटना को दोपहर सवा तीन बजे एक साल पूरे हो रहे हैं, इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 2019 में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के तीन जवानों की विधवाओं ने राजस्थान सरकार पर उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र से अपनी जीवन लीला समाप्त करने की अनुमति मांगी है।

भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मीणा ने यह दावा किया।मीणा पिछले कुछ दिनों से शहीदों के परिजनों के साथ यहां धरने पर बैठे हैं।सांसद मीणा शहीदों की विधवाओं के साथ राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपने राजभवन गये थे। राजभवन से बाहर आने के बाद वे मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया।सांसद ने ट्वीट किया है को तीनों वीरांगनाओं के साथ राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन देने राजभवन गया था।

ज्ञापन सौंपने के बाद वीरांगनाएं मुख्यमंत्री से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास की ओर पहुंची तो पुलिस ने उनके साथ अभद्रता व मारपीट की गई। उन्होंने कहा, इसमें पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए रोहिताश्व लांबा की पत्नी वीरांगना मंजू जाट घायल हो गईं। उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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