अमेरिका में ‘जोम्बी’ बनने का सिलसिला नहीं थम रहा, सड़कों पर जिंदा लाशे घूम रही है…

वाशिंगटन–अमेरिका के शहरों की गलियों में तो ड्रग्स भी एक बड़ी समस्या है जिसका ओवरडोज बड़ा समस्याकारक होता जा रहा है।अब अमेरिका में एक नई दवा ने खौफ पैदा कर दया है जिससे लोगों की त्वजा सड़ने गलने लगी है और लोग इसे जोम्बी बनाने वाली दवा कहने लगे हैं।दशक की शुरुआत में पुएर्तो रीको से जाइलाज़ीन का इस्तेमाल शुरू हुआ। घोड़ों को बेहोश करने के लिए। इसे इंसानों के लिए अप्रूव नहीं किया गया।

लेकिन लोग इसे हेरोइन और फेंटानील जैसे ड्रग्स के साथ मिलाकर अवैध रूप से नशा कर रहे हैं।जाइलाज़ीन एक ओपिओइड नहीं है। मतलब इसे अफीम से नहीं बनाया जाता। लेकिन असर कुछ वैसा ही होता है।हमारे दिमाग में ओपिओइड रिसेप्टर्स’ होते हैं। अगर ओपिओइड मेहमान हैं तो रिसेप्टर्स जजमान।ये रिसेप्टर्स किसी दवा में मौजूद ओपिओइड के साथ मिलकर हमारे दिमाग में तरह-तरह की हरकतें करते हैं।इन दोनों में ताले और चाबी सा रिश्ता होता है। एक ताला यानी ‘ओपिओइड रिसेप्टर’ एक खास किस्म की चाबी यानी ओपिओइड से ही खुलता है।

जब हम कोई ऐसी दवा या पेनकिलर लेते हैं जिसमें ओपिओइड होता है तो वो हमारे अंदर जाकर ओपिओइड रिसेप्टर को खोजती है। जब वो ओपिओइड अपने साथी रिसेप्टर को ढूंढ लेता है तो दोनों लॉक हो जाते हैं। इसके बाद दिमाग में बहुत सारे केमिकल लोचे होते हैं।दर्द में आराम मिलता है. नींद आने लगती है।कुछ मामलों में बहुत आनंद और मज़ा भी मिलता है।

इसीलिए नशे के शौकीन लोग इसे बिना किसी बीमारी के भी लेने लग जाते हैं और उन्हें इसकी लत लग जाती है।जाइलाजीन के मामले में भी यही हो रहा है।इसे लेने से अमेरिका में लोगों की हालत कैसी हो गई है वो इस फोटो से समझा जा सकता है।

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