शर्तों पर भाजपा से जुड़ेगा मुस्लिम समाज!

लखनऊ:  यूपी निकाय चुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ मुस्लिम वोटर एकजुट नहीं हुआ बल्कि कुछ मुस्लिम इलाकों में भाजपा के मुस्लिम पार्षद उम्मीदवारो ने जीत भी हासिल की। पचास फीसद से अधिक मुस्लिम आबादी वाले चुनावों में भी भाजपा और भाजपा समर्थित दल ने जीत हासिल की।

पारंपरिक सियासत की सरहदों को तोड़ने वाला मौसम ऐसे ही नहीं बदल रहा है। निकाय चुनाव में अक़लियत का वोट खिचड़ी बन कर बिखरा और भाजपा के खिलाफ लामबंद नहीं हुआ। ये सब देखकर आशंका जताई जा सकती है कि हो सकता है लोकसभा चुनाव में इतिहास बदल जाए।
संकेत मिल रहे हैं कि मुस्लिम समाज और भाजपा के बीच ख़ामोशी से खिचड़ी पक रही है। यूपी भाजपा की रणनीतियों और संघर्ष के बीच मौसम बदल रहा है फिर भी विपक्षी दल अपने बचे-खुचे वोट-बैंक को डगमगाता देखकर भी कुर्सी के पेंटी नहीं बांध रहे हैं।

 

शनिवार को शिया और सुन्नी दोनों समुदायों के बड़े उलमा, धर्मगुरु रक्षामंत्री, लखनऊ के सांसद और भाजपा के वरिष्ठतम नेता राजनाथ सिंह के आमंत्रण पर दिल्ली पहुंचे।
धर्मगुरुओं ने उम्मीद ज़ाहिर की कि मौजूदा माहौल के विपरीत भाजपा भारतीय समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द, समरसता और मोहब्बत पैदा करे। भाजपा की सरकारें बिना किसी भेदभाव के जनकल्याणकारी योजनाओं को जारी रखें तो मुस्लिम समाज को भाजपा पर विश्वास बढ़ेगा। दूरियां मिटेंगी और पार्टी से मुसलमानों को डराने वाली सियासी शक्तियां अपने अपने निजी स्वार्थ के मकसद में नाकाम हो जाएंगी।

सुन्नी आलिमे दीन शहर क़ाज़ी मौलाना अबुल इरफान मियां और शिया मौलाना सफी हैदर से अपने सरकारी आवास पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ का संपूर्ण मुस्लिम समाज भाजपा पर विश्वास जताकर पूरे देश में एक नजीर पेश करे, ये हमारी हसरत है। हमारा वादा है कि भारतीय जनता पार्टी, केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार किसी भी प्रकार के गिले-शिकवे नहीं रहने देगी। समाज हित और राष्ट्रहित में भाजपा चाहती है कि विभिन्न धर्मों, मसलकों और जातियों के गुलदस्ते को संभालकर और सजाकर रखें।

 

किसी एक भी भी वर्ग के विश्वास के बिना कोई भी देश या समाज तरक्की नहीं कर सकता है।
मोदी योगी सरकारों की हर जनकल्याणकारी योजना हर वर्ग के लिए है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी समय-समय पर बयान देते रहे हैं कि अल्पसंख्यक समाज को लेकर कोई भी भाजपा नेता यदि द्वेषपूर्ण बयान देगा तो हम उसे माफ नहीं करेंगे।

रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद ने उलमा से कहा कि आप अपने समाज सहित हम पर विश्वास कीजिए हम वादा करते हैं कि ये बात इतिहास हो जाएगी कि कभी मुस्लिम समाज और भाजपा के बीच दूरी थी।

देश में बारह सौ मकतबों (मदरसों/धार्मिक शिक्षा संस्थानों) के बोर्ड तंज़ीमुल मकातिब के सेक्रेटरी मौलाना सैयद सफी हैदर और शहर क़ाज़ी अब्दुल इरफान मियां फिरंगी महली ने कहा कि हम लोग सियासत से दूर रहते हैं लेकिन आपके जनकल्याणकारी कामों ने हमें मुतासिर (प्रभावित) किया। और हम आपके आमंत्रण पर आपका शुक्रिया अदा करने लखनऊ से दिल्ली तक आए। मुस्लिम समान के गणमान्य शख्सियतों और शिया- सुन्नी समुदाओं के उलमा ने कहा कि हमें फख्र है कि आप मरहूम अटल विहारी वाजपेई साहब की विरासत और गंगा-जमुनी तहज़ीब वाले लखनऊ के सांसद हैं। उलमा ने कहा कि आपकी प्रेरणा और मार्गदर्शन ने अंबर फाउंडेशन के वफा अब्बास द्वारा लखनऊ के गरीब मुस्लिम इलाकों और दलित-पिछड़ों की बस्तियों की मदद के लिए जो काम जारी रखें हैं वो काबिले-तारीफ हैं। बता दें कि काफी अर्से से राजनाथ सिंह की प्रेरणा से अंबर फाउंडेशन उनके संसदीय क्षेत्र में उन गरीबों को फ्री में चश्में वितरण कर रहा है जिनकी आंखों की रौशनी कम है पर वो धनाभाव में चश्मा नहीं खरीद पाते हैं। जिसके लिए गली-गली, मोहल्लों-मोहल्लों में आंखों की जांच कर गरीबों को करीब पांच हजार से ज्यादा चश्में वितरण किए जा चुके हैं। इसके अलावा भी सांसद के मार्गदर्शन में दलितों-पिछड़ों और खासकर मुस्लिम इलाकों में ग़रीब बच्चों को स्कूली बैग इत्यादि का वितरण अंबर फाउंडेशन के माध्यम से किया जा रहा है। उलमा ने रक्षा मंत्री से कहा कि हमारे इस्लाम और सनातन धर्म में भी खिदमते खल्क (मानव सेवा) सबसे बड़ी इबादत है। इसलिए मोदी या योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं हों, आपकी, भाजपा की या किसी भी पार्टी की सरकार की सामाजिक खिदमत हर किसी को प्रभावित करती है। हम उलमा सियासी लोग नहीं हैं। लेकिन किसी भी पार्टी से हमारा बैर भी नहीं है,और ना ही हमारी क़ौम किसी भी राजनीतिक दल पर आंख बंद करके भरोसा करते हैं। जो बिना भेदभाव के गरीबों और जरुरतमंद लोगों के लिए काम करेगा वो हमारा दिल जीत लेगा।
मौलाना सफी हैदर ने भाजपा नेता राजनाथ सिंह को एक पुस्तक भेंट की। ये पुस्तक चौदह सौ साल पहले हज़रत अली द्वारा मालिके अश्तर को लिखे गए पत्र पर आधारित है। जिस पत्र में हज़रत अली ने जनकल्याणकारी और गरीबों की सेवा में शासन चलाने के टिप्स लिखे हैं। अच्छी हुकुमत को किस तरह इंसाफ, अमन और सब को साथ लेकर चलना अति आवश्यक होता है, इन बिन्दुओं को इस पुस्तक में इंगित किया गया है। मौलाना ने इस पुस्तक को नायाब और बेशकीमती तोहफा बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वो इसका अध्ययन जरूर करेंगे। मौलाना अब्दुल इरफान मियां ने रक्षा मंत्री को दरग़ाह की चादर भेंट कर दुआ दी कि वो अपनी कुर्सी और हुकुमत के जरिए गरीबों की सेवा करें और हर जरुरतमंद की जरुरतें पूरी करें। अंबर फाउंडेशन के वफा अब्बास ने भी वादा किया किया कि वो रक्षा मंत्री की प्रेरणा से लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब, साम्प्रदायिक सौहार्द और सामाजिक समरसता की रक्षा करते रहेंगे। गरीबों में चश्मा वितरण के साथ जरुरतमंद बच्चों की पढ़ाई की बाधाओं को कम करने की कोशिश करेंगे। मुस्लिमो के शिया-सुन्नी, बरेलवी-देवबंदी हो या हिंदू मुस्लिम हों, सबमें एकता स्थापित करने के लिए राजनाथ सिंह की प्रेरणा से को अमल में लाने के लिए अंबर फाउंडेशन हर संभव प्रयास करता रहेगा।

मुस्लिम बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों, उलमा और भाजपा के बड़े नेताओं की ऐसी मुलाकातें ख़बरों से दूर और बड़ी खामोशी से हो रहीं हैं।
ऐसी खिचड़ी पकना क्या रंग लाती है ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा एक नई सोशल इंजीनियरिंग या नए सामाजिक समीकरण तैयार कर रही है ये साफ दिख रहा है।

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