हरियाणा के शिक्षा विभाग से सैंकड़ो स्टूडेंट हुए पोर्टल से गायब

जींद : 134ए के तहत पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अधर में लटका

जींद, 30 जनवरी

134ए के तहत पढऩे वाले बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है। शिक्षा विभाग की तकनीकी खराबी होने के कारण विभिन्न स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के नाम सरकारी पोर्टल पर नहीं रहे हैं। जिससे उनके फीस देने में सरकार पीछे हट रही है। इस कारण विद्यालयों के संचालकों ने भी अपने विद्यालय से ऐसे छात्रों के नाम हटाने का निर्णय लिया है।

शिक्षा निदेशालय और जिला शिक्षा विभाग में तालमेल न होने के कारण डीएवी स्कूल में पढ़ रहे लगभग 350 विद्यार्थी तथा गोपाल विद्या मंदिर के लगभग 150 विद्यार्थी पोर्टल से गायब हो गए हैं। इसके साथ ही इन स्कूलों में पढऩे वाले अब तक के सभी विद्यार्थियों का भविष्य धूमिल हो गया है। इस योजना के तहत आने वाले हजारों विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है ना तो शिक्षा निदेशालय और ना ही जिला शिक्षा विभाग इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार है। स्कूल के संचालक सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक गए हैं। स्कूल संचालकों ने थक हार कर स्कूल के उन छात्रों को नोटिस देने का निर्णय लिया है जिन्हें 134ए के तहत दाखिल किया गया है।

डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने बताया कि संचालकों के अनुसार यदि सरकार ने अपनी यह गलती नहीं सुधारी तो वह मजबूरी में इन बच्चों के नाम काटने पर मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी। क्योंकि हजारों बच्चों का बोझ कोई भी संस्था नहीं उठा सकती है। शिक्षा विभाग ऐसे बच्चों कीफीस की राशि देने में आनाकानी कर रहा है। संबंधित स्कूलों ने शिक्षा विभाग को बहुत से पत्र लिख चुके हैं तथा प्रतिवेदन दे चुके हैं जिनका उत्तर देने को कोई तैयार नहीं।

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