उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर, सामने आया हैरान कर देने वाला मामला

झांसी , उत्तर प्रदेश के झांसी में प्रेमनगर थानाक्षेत्र के एक चर्च परिसर में गुरूवार सुबह आठ से दस कौए मृत पाये जाने के बाद इलाके में हडकंप मच गया।

चर्च में फादर सदानंद ने बताया कि सुबह आठ से दस कौए खुले परिसर में मृत पाये गये इसकी सूचना उन्होंने वार्ड नंबर 29 से पार्षद भरत सेन और स्वास्थ्य विभाग को दी ।

उन्होंने बताया कि 27 दिसम्बर से इस क्षेत्र में कभी एक तो कभी दो कौओं की मौत हो रही थी लेकिन पहले उन्होंने इस पर ध्यान नही दिया, उन्हें लगा कि ठंड के कारण ऐसा हो रहा होगा लेकिन आज आठ से दस कौओं के मरने के बाद मामला कुछ और ही होने की आशंका लगी और उन्होंने संबंधितों को इस बारे में जानकारी दी।

ये भी पढ़े-http://उत्तर प्रदेश में जिलाधिकारी को शिकायत दर्ज कराने को के लिये की बड़ी पहल, जानिए क्या है सुविधा

पार्षद भरत सेन ने बताया कि फादर सदानंद ने उन्हें कौओं की मौत के बारे में जानकारी दी जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे। चर्च परिसर में एक स्कूल और कब्रिस्तान भी है और यह उनके वार्ड से लगा हुआ है। उन्हेोंने चर्च परिसर में आठ दस कौओं को मरे और मरणासन्न हालत में देखा जिसके बाद जिला पशु चिकित्साधिकारी योगेंद्र सिंह को इसकी जानकारी दी।

जानकारी मिलने के बाद मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और मृत कौओं को आब्जरवेट्री में लाया गया। उन्होंने बताया कि कौओं का बाहरी मुआयना किया जा रहा है। बाहर से देखने पर भी पक्षियों में बर्ड फ्लू संक्रमण की जानकारी मिल जाती है और पुष्टि होने पर पोस्टमार्टम के लिए सेंपल भोपाल भेजा जाता है।

उन्होंने बताया कि पक्षी के बाहरी मुआयने से अगर बर्ड फ्लू के लक्षण नजर आते हैं तो पांच मृत पक्षियों और पांच मारे गये पक्षियों के सेंपल जांच के लिए हाई सिक्योरिटी लैब भोपाल भेजे जाते हैं जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही बर्ड फ्लू से मौत हुई है या नहीं ,इस बारे में निश्चित रूप से बताया जाता है।

अगर किसी जगह से बर्ड फ्लू की आशंका में सेंपल लिए जाते हैं तो आसपास रहने वालों को उस क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है और पुलिस की मदद से इलाके में आवागमन पर भी रोक लगा दी जाती है। फिलहाल झांसी जिले में ऐसे कोई हालात नहीं है।

जिले के सीमावर्ती मध्य प्रदेश के दतिया में बर्ड फ्लू की दस्तक दिये जाने के बाद यहां पूरे जिले में हाई अलर्ट घोषित किया जा चुका है और 23 टीमों को गठन किया गया है। यह टीमें लगातार क्षेत्र में घूम -घूमकर स्थिति पर पैनी नजर बनाये हुए हैं। वन विभाग और पुलिस विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।

Related Articles

Back to top button