परमाणु क्षमता वाली अग्नि 3 का पहला रात्रि परिक्षण सफल !

हाल ही में अग्नि 2 के परिक्षण के बाद शनिवार रात बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-3 का परीक्षण हुआ। ओडिशा तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज से रात 7 बजकर 20 मिनट पर इस मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया। फ़िलहाल मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर नजर रखी जा रही है, और इस मिशन के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है।

अग्नि-3 की गुणवत्ता के परीक्षण के लिए टेस्ट किया जा रहा है। शनिवार रात हुआ परीक्षण सेना के यूजर ट्रायल के तहत कराया गया है। अग्नि-3 का रात्रि कालीन परीक्षण इंडियन आर्मी की स्ट्रैटिजिक फोर्सेज कमांड ने किया। इसमें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया। यह दूसरी मिसाइल है जिसका रात में परिक्षण किया गया। इससे पहले अग्नि 2 मिसाइल का परिक्षण भी रात में किया गया था।

क्यों ख़ास है अग्नि 3 मिसाइल

अग्नि 3 बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 2 का ही विकसित रूप है और परमाणु क्षमता से लैस है। परमाणु क्षमता से लैस सतह से सतह तक मार करने वाली अग्नि-3 मिसाइल मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर तक है। यह पड़ोसी देशों के अंदर गहरे लक्ष्य को साधने में भी सक्षम है। उदाहरणत, यह भारत से चीन के शंघाई में भी हमला करने में सक्षम है। इसकी लंबाई 17 मीटर, व्यास 2 मीटर और वजन करीब 50 टन है है।

इस मिसाइल की खासियत है कि इसमें 2 चरणों में प्रोपेलेंट भरा जाएगा। यह 1.5 टन के हथियारों को ले जाने में सक्षम है। अग्नि-3 हाइब्रिड नेविगेशन से लैस है। इसमें उन्नत ऑन-बोर्ड कंप्यूटर के साथ कंट्रोल पैनल के साथ जुड़ा हुआ है। यह लेटेस्ट तकनीक से लैस मिसाइल है। जानकारी के मुताबिक अग्नि-3 मिसाइल पहले ही सेना में शामिल की जा चुकी है।

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