मायावती ने बसों कि राजनीति पर बीजेपी और कांग्रेस की मिलीभगत के उठाए सवाल, कांग्रेस को दे डाली सलाह

प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए कांग्रेस लगातार दावे कर रही है कि वह उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर हजार बसें भेजेगी। हालांकि योगी सरकार ने इन बसों को अनफिट करार दिया है। कांग्रेस और योगी सरकार के बीच लगातार तनातनी चल रही है। हालांकि इसका खामियाजा मजदूर भुगत रहे हैं। ऐसे में मजदूरों को लेकर राजनीति चरम पर है। लगातार मजदूर उत्तर दिल्ली की तपती गर्मी में पैदल चल रहा है। ऐसे में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोला है। खासकर कांग्रेस पर मायावती ने ट्वीट कर सलाह दी है। मायावती ने इसे मिलीभगत का आरोप तक लगा दिया है।

बीएसपी सुप्रीमो ने एक के बाद एक चार ट्वीट किए हैं जिसमें उन्होंने कांग्रेस को कई सलाह दी है।

मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि “पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं?”

मायावती ने अपनी दूसरी डेट में लिखा है कि “यदि ऐसा नहीं है तो बी.एस.पी. का कहना है कि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अड़ने की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिये तो यह ज्यादा उचित व सही होगा।”

वहीं मायावती ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि “जबकि इन्हीं सब बातों को खास ध्यान में रखकर ही बीएसपी के लोगों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से प्रचार व प्रसार के चक्कर में ना पड़कर बल्कि पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है अर्थात् बीजेपी व कांग्रेस पार्टी की तरह इनकी मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है।”

उन्होंने अपने चौथी ट्वीट में कहा कि “साथ ही, बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनां से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।”

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