महापंचायत के फैसले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर आया यह बदलाव

 

केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि बिल के विरोध में चल रहा किसान आंदोलन नही रुकेगा किसानों ने सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ने का एलान कर दिया है गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन की सख्ती के बाद मुजफ्फरनगर में हुई भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में हजारों की संख्या में किसानों के साथ रालोद सपा बसपा व कांग्रेस के नेताओं ने पहुंचकर बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन को अपना समर्थन देकर किसानों की आवाज बुलंद करने का काम किया है।

पंचायत में राष्ट्रीय लोकदल उपाध्यक्ष जयंत चौधरी अपने साथ पानी लौटा और नमक लेकर पहुंचे जिन्होंने कृषि बिल के विरोध में किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि जब तक किसान के पक्ष में यह बोलते नहीं या तो अपने नेताओं को मना ले या अपने मुख्यमंत्री को मना ले या आप लोगों को मना लें और जब तक आपकी बात मानते नहीं क्योंकि जो किसान के साथ नहीं देश का असली गद्दार वह है उन्होंने किसानों से लोटे में नमक डालने को कहा कि अब इनका सामाजिक बहिष्कार कर दो उन्होंने कहा कि यह झूठे लोगों की सरकार है जो कभी सच नहीं बोलते और किसान विरोधी है वहीं पंचायत में आ पहुंचे सभी वक्ताओं ने भाजपा पर निशाना साधते हुए किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया।

और फिर मंच से बोलते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने गाजीपुर में हुए पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना से किसान के सम्मान को ठेस पहुंची है उन्होंने पिछले आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि पंकज मलिक के साथ एक बार ऐसा ही हुआ था।

दूसरा मामला जयंत चौधरी के साथ था मगर जब मामला किसान के मान सम्मान का हो तो सब कुछ भुला कर पार्टी दल संगठन सब को छोड़कर सच्चे दिल से एकजुट हो जाओ तो सफलता मिलेगी उन्होंने भीड़ का धन्यवाद व्यक्त किया इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि चौधरी अजीत सिंह को हराकर बहुत बड़ी भूल हुई है इस भूल के जिम्मेदार हम भी हैं।

उन्होंने भाजपा विधायक नंदकिशोर का भी जिक्र करते हुए कहा कि हम उसकी बुराई नहीं करते नंदकिशोर गुर्जर आंदोलन को संजीवनी दी है उन्होंने कहा कि भाजपा ने 70 दिन के आंदोलन में 70 तरह के आरोप लगाए हैं भाजपा के डाले हुए पासे उन्हीं के खिलाफ पढ़ रहे हैं हम बैरियर तोड़ सकते हैं ट्रैक्टर की स्पीड बढ़ा सकते हैं कत्ल भी कर सकते हैं मगर देश का अपमान नहीं कर सकते इस लड़ाई में हम किसानों को बीच में नहीं छोड़ पाएंगे उन्होंने कहा कि चौधरी अजीत सिंह को हराकर भूल हुई है इस भूल में हम भी दोषी हैं।

इस दौरान नरेश टिकैत भावुक हो उठे इस परिवार ने हमेशा किसान के मान सम्मान की लड़ाई लड़ी है टिकैत साहब चौधरी चरण सिंह को कलयुग का अवतार कहते थे उन्होंने किसानों से कहा कि आ गए इस तरह की गलती मत करना उन्होंने मंच से गाजीपुर का धरना बरकरार रहने का जिक्र करते हुए किसानों का धन्यवाद किया और कहा कि आज तो सब अपने घर जाएं और कल से जरूरत के हिसाब से सभी किसान गाजीपुर पहुंचना शुरू करें।

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