शनिवार को भी झुलसा देश, यूपी में 18 की मौत !

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस बीच, शनिवार को उत्तर प्रदेश के रामपुर, कानपुर और मुजफ्फरनगर में प्रदर्शन हिंसक होने के चलते भारी नुकसान हुआ। इन प्रदर्शनों के चलते शनिवार रात 12 बजे तक प्रदेश के 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रही। वहीँ, लखनऊ समेत 15 जिलों में इंटरनेट के साथ साथ एसएमएस सेवाएं भी सोमवार तक बंद रहेंगी।

यूपी के रामपुर में एक, फिरोजाबाद में दो और मेरठ में भी एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। बता दें कि उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन के दौरान मरने वालों की संख्या 18 हो गई है। वहीं कानपुर में यतीमखाना के पास, उपद्रवियों ने एक पुलिस चौकी में घुसकर दो सिपाहियों को गोली मार दी और कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी। इसके साथ ही भीड़ ने पुलिस के वाहनों समेत 100 से ज़्यादा गाड़ियों के साथ तोड़ फोड़ की। रामपुर में भी हाथीखाने चौराहे पर भीड़ ने पुलिस की जीप समेत सात दोपहिया वाहन फूंक दिए। हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स का इस्तमाल किया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

वहीँ, संभलपुर, मुज़फ्फरनगर और अमरोहा में भी हिंसक प्रदर्शन देखे गए। इन सभी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को आईटीबीपी की पांच कंपनियां और दी हैं।

दूसरी तरफ, बिहार में राजद ने बंद का एलान किया जिसके समर्थन में तेजस्वी यादव सड़क पर उतर आए। बंद के बावजूद बिहार में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन किए गए। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया गया और ट्रेेनें रोकी गईं। वहीँ, राजद कार्यकर्ताओं ने पटना और हाजीपुर में आगजनी की। पटना के फुलवारी शरीफ में दो गुटों के बीच मुठभेड़ में 13 लोगों की जान चली गई। बता दें कि इन हिंसक प्रदर्शनों के दौरान रेलवे की तकरीबन 88 करोड़ रुपये की संपत्ति क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

दिल्ली की बात करे तो जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शनिवार को भी गेट के बाहर प्रदर्शन किया। वहीँ पश्चिम बंगाल में जादवपुर और प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र के मुंबई, तमिलनाडु के चेन्नई, उत्तराखंड के हल्द्वानी और असम के गुवाहाटी में भी विरोध प्रदर्शन किए गए।

गौरतलब है कि देशभर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा के चलते कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। उत्तर प्रदेश में 10,900 से ज्यादा प्राथमिकियां दर्ज की गई है। इसके साथ ही प्रदेश में 705 गिरफ्तारियां की गई। वहीं, दिल्ली में 15 लोग, महाराष्ट्र के हिंगोली में 20 लोग और प. बंगाल में 600 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। महाराष्ट्र के हिंगोली में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव मचाने के लिए तकरीबन 130 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए। वहीँ, कर्नाटक के बंगलूरू में 8 केस दर्ज किए गए। शनिवार को मंगलूरू में कर्फ्यू में ढील दी गई। ये कर्फ्यू सोमवार को हटा दिया जाएगा। आठ दिन बाद शनिवार को मेघालय में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।

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