अशोकनगर जिला अस्पताल से बड़ी लापरवाही आई सामने, गंदे पानी में धुल रही थी मरीजों की चादरें

पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है। हर दिन कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। भारत में 1 लाख से भी ज्यादा कोरोनावायरस संक्रमित मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसे में भारत में कोरोनावायरस से उपचार पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोग ठीक हो इसके लिए हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि ऐसे में कई तस्वीरें ऐसी भी सामने आ रही है जहां पर अस्पतालों में बड़ी लापरवाही हो रही है। खबर है मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले से, जहां जिला अस्पताल में मरीजों के पलंग पर बिछाए जाने वाली चादर तुलसी सरोवर तालाब के गंदे पानी में धोए जा रहे हैं। जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

हालांकि मामला सामने आने के बाद सिविल सर्जन हिमांशु शर्मा ने ठेकेदार को नोटिस देकर कार्रवाई की बात कही है। बताते चलें कि जिला अस्पताल में 200 से अधिक बेड हैं। वही चादरों की धुलाई का ठेका बल्ला रजक नाम के युवक को दिया गया है। यह ठेकेदार इन चादरों को शहर के तुलसी सरोवर तालाब में धुलाई करवाता है। जिसमें शहर भर के तीन गंदे नाले मिलते हैं। वाहनों की धुलाई सहित पशुओं को भी तालाब में नहलाया जाता है। जिससे यह पानी संक्रमित हो रहा है।

वहीं इस मामले पर ठेकेदार ने बताया कि, वह लगभग 14 सालों से जिला अस्पताल की चादर इसी तालाब में धो रहा है। ठेकेदार ने भी अपनी गलती मानी है,कि इससे मरीजों को संक्रमण का खतरा हो सकता है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन हिमांशु शर्मा ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, ‘जब मैंने जिला अस्पताल का चार्ज संभाला था, उसके पहले ही यह ठेका जारी किया जा चुका था।’ उन्होंने ठेकेदार को नोटिस जारी कर सही निर्देश देने की बात कही, साथ ही कहा कि, यदि इसमें लापरवाही की गई तो ठेका निरस्त करने की ठोस कार्रवाई भी की जाएगी।

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