MP के विदिशा में भारी बारिश, घर बहा:सड़कों पर खड़ी गाड़ियां और कई घर डूबे,

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज में बुधवार रात से हुई तेज बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए। शहर में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कई घरों और दुकानों में पानी भर गया। खेल के मैदान तालाब बन गए हैं। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां भी डूब गईं।

अथाइखेड़ा में कई लोगों के घर गिर गए हैं। तलैया मोहल्ले में घरों में नाले का पानी घुस गया है। वहीं, बेघर हुए लोगों को स्कूल भवन में शिफ्ट किया गया है। अथाइखेड़ा में कैथन नदी उफान पर है। मौसम विभाग के अनुसार सिरोंज में 9 इंच बारिश हुई है।

मध्यप्रदेश में लौटा मानसून
मध्यप्रदेश में मानसून ने समय से पहले धमाकेदार एंट्री के बाद से रूठ गया था, लेकिन एक बार फिर मानसून लौट रहा है। गुरुवार को भोपाल समेत प्रदेश के इलाकों में बारिश की बौछारें पड़ने से लोगों ने राहत की सांस ली। विदिशा के सिरोंज, बैतूल, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा में तो जमकर बारिश हुई। इसके अलावा खंडवा, इंदौर, भिंड, रीवा और जबलपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। शहरी क्षेत्रों भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर में सुबह से बादल छाए हुए थे। भोपाल में रात को बूंदाबांदी हुई। गुना में दिनभर मौसम साफ रहा।

अगले चार-पांच दिन तक बारिश होगी
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया, अब बारिश होने लगी है। अभी बंगाल में लो प्रेशर एरिया बना रहा है। इसके अलावा अरब सागर में भी हलचल हैं। अगले 24 घंटों के दौरान एक ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश में नीचे आ जाएगी। इससे अगले चार-पांच दिन तक बारिश होगी। इसके साथ ही 27 को भी एक सिस्टम बनते दिख रहा है। अगर वह समय पर बन गया, तो प्रदेश में लगातार 8 दिन से ज्यादा बारिश का स्पेल रहेगा।

27 जुलाई को भी बन रहा सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सक्रिय हो चुका है। मानसून ट्रफ फिरोजपुर, रोहतक, अलीगढ़, चुर्क, रांची, बालासोर से होते हुए बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर दाब क्षेत्र तक विस्तृत है। दक्षिणी गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक Off-shore Trough सक्रिय है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी पाकिस्तान में चक्रवातीय गतिविधियां चल रही हैं। इस कारण से पूर्वी मध्यप्रदेश में ज्यादा पानी गिरने लगा है। इसके साथ ही 27 जुलाई को भी एक सिस्टम बन रहा है। यह सक्रिय होता है, तो यह बारिश आगे भी जारी रहेगी।

सिरोंज नगर के वार्ड 6 में कई घरों और दुकानों में पानी भरा गया। जिससे लोगों का काफी नुकसान हुआ है। खाने-पीने का सामान, कपड़े और दूसरे सामान भी पानी से भीग गए हैं। लोग अपनी दुकानों और मकानों से पानी निकालने की कोशिश में लगे है

तलैया मोहल्ले में भी नुकसान हुआ है। यहां नाला जाम होने की वजह से पानी घरों में घुस गया। बीच सड़क पर लगभग 4 फिट तक पानी बह रहा था। सिरोंज में बाढ़ जैसे हालात बनने पर स्थानीय लोगों ने नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी और नाले साफ नहीं कराने का आरोप लगाया। अथाइखेड़ा ग्राम के एक बुजुर्ग ने बताया कि 80 साल की उम्र में पहली बार ऐसी बारिश देखी है। गांव में 10 से ज्यादा मकान बह गए हैं। बारिश की पानी से लोगों को बहुत नुकसान हुआ है।

सिरोंज एसडीएम अंजली शाह का कहना है कि सिरोंज में रात 2 बजे से बारिश शुरू हुई। सुबह 4 बजे से तेज बारिश हुई। अभी पानी रुक गया है। प्रशासन का राहत दल मौके पर पहुंच गया है। हथाइखेड़ा में भी नायाब तहसीलदार मौके पर पहुंचकर राहत कार्य और सर्वे में जुट गई हैं। जिनके मकान गिरे हैं। उन्हें मदद दी जाएगी। सिरोंज में गुरुवार को नाले में खुशबू नाम की बच्ची बह गई थी। उसका शव रात को मिल गया। ग्राम कांजी खेड़ी में कुमारी खुशबू (13) पिता ओमप्रकाश जाटव नाले में बह गई थी।

अब सामान्य बारिश का कोटा सामान्य हुआ
भोपाल में जून में जमकर बारिश हुई, लेकिन 1 जुलाई के बाद से पानी गिरना बंद हो गया। सिर्फ 11 और 12 जुलाई को कुछ बारिश रिकॉर्ड की गई। बीते 21 दिन में इन्हीं दो दिन बारिश हुई। बीते चौबीस घंटे से प्रदेश में बारिश होने के कारण कुछ स्थिति सुधरी है। अब तक प्रदेश में 334 मिमी बारिश होना था, लेकिन 267 मिमी पानी गिर चुका है। यह सामान्य से 20% कम है। हालांकि मौसम विभाग सामान्य से 20 कम या ज्यादा को सामान्य बारिश मानता है।

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