अयोध्या : वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मना गुरु पूर्णिमा महोत्सव, भक्तों ने ऑनलाइन किया अपने गुरुओं का दर्शन

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में सनातन परंपरा के तहत चल रहे गुरु पूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया लेकिन महामारी के कारण अधिकतर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ही भक्त अपने गुरु का दर्शन कर सके। शास्त्रों में वर्णित है कि गुरु शिष्य की परंपरा युगों से हैं। वैश्विक महामारी कोरोना का असर वैष्णो नगरी अयोध्या में सबसे अधिक पड़ा। 25 मार्च से चैत्र रामनवमी मेला का शुभारंभ होना ही था की पूरे देश में लॉक डाउन का पहला चरण प्रारंभ हो गया और अयोध्या के संतो महंतों ने भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव अपने ही घर पर रहकर मनाने के लिए श्रद्धालुओं और भक्तों से अनुरोध किए।

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भी प्रशासन ने कोरोनावायरस को देखते हुए अयोध्या धाम की सीमा बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सील कर दिया और मां सरयू के पावन जल में स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया। विगत वर्षों में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूरे देश के कोने कोने से श्रद्धालु अपने गुरु महाराज के पूजन के लिए अयोध्या आते थे और उनका पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त करते थे लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार अयोध्या में एक भी श्रद्धालु नहीं आए अयोध्या में रहने वाले लोगों ने ही अपने गुरु की पूजा की और मां सरयू में स्नान भी नहीं हुआ।

प्रशासन ने पहले से ही 1 जुलाई से 12 अगस्त तक अयोध्या धाम की सीमा सील करने का फरमान जारी कर दिया था जो आज मूर्त रूप में दिखाई दिया गुरु पूर्णिमा के अवसर पर एक भी श्रद्धालु को बाहर से अयोध्या में प्रवेश नहीं मिला अयोध्या की सड़कें खाली नहीं मां सरयू में एक भी स्नान करने वाले श्रद्धालु नहीं दिखाई पड़े। नागेश्वरनाथ कनक भवन हनुमानगढ़ी श्री राम जन्मभूमि मैं दर्शन पूजन गत दिनों की बात चल रहा था लेकिन बाहर से श्रद्धालु ना आने के कारण मंदिरों में भीड़ नहीं दिखाई दी। बड़ा स्थान दशरथ महल कनक भवन मणिराम दास की छावनी जानकी घाट बड़ा स्थान में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु का पूजन किया गया। मंदिर में रहने वाले लोगों ने अपने गुरु का पूजन किया लेकिन बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की आशाएं धरी की धरी रह गई। श्रद्धालुओं ने प्रयास किया लेकिन प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के कारण अयोध्या में प्रवेश नहीं मिला।

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