मोदी, पुरोहित ने शांता के निधन पर जताया शोक, कही ये बात

चेन्नई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, विपक्ष के नेता और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार जीत चुकी प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉ. वी शांता के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा,“ डॉ. वी शांता को उत्तम गुणवत्ता कैंसर देखभाल सुनिश्चित करने के उनके उत्कृष्ट प्रयासोंके लिए हमेशा याद किया जाएगा। चेन्नई का अड्यार कैंसर संस्थान गरीबों और दलितों की सेवा में सबसे आगे है। मुझे 2018 में संस्थान का अपना दौरा याद है। डॉ. शांता के निधन से बेहद दुखी हूं, ओम शांति। ”

राज्यपाल ने डाॅ. शांता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा,“ पद्म विभूषण, भारतीय कैंसर विशेषज्ञ और अड्यार कैंसर संस्थान की अध्यक्ष डॉ. वी शांता के निधन से सदमे और दुख में हूं। वह एक अच्छी इंसान थी, जिन्होंने अपने जीवन के 60 वर्ष कैंसर की देखभाल के उपचार के लिए समर्पित कर दिए। उन्होंने हमेशा मरीजों का इलाज करते हुए दया और सहानुभूति दिखाई। कैंसर के प्रबंधन और नियंत्रण में प्रगति में उनके योगदान के लिए निजी और सरकारी संगठनों द्वारा कई पुरस्कारों के अलावा डॉ शांता को पद्म श्री, पद्म भूषण और रेमन मैग्सेसे पुरस्कार सहित प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। वह दुनिया भर में पूरे महिला समुदाय के लिए एक प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।”

राज्यपाल ने कहा, “ उनका निधन तमिलनाडु के लोगों, विशेषकर चिकित्सा जगत और गरीब कैंसर रोगियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं परिवार के शोक संतप्त सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वह उनकी आत्मा को शाश्वत शांति प्रदान करे और उनके परिवार और सहयोगियों को इस अथाह नुकसान से उबरने की शक्ति प्रदान करे।”

मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. शांता के पार्थिव शरीर को पूरे पुलिस सम्मान के साथ रखा जाएगा। श्री पलानीस्वामी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह उनकी निस्वार्थ सेवा का सम्मान करने का एक तरीका है।

उन्होंने कहा, “ डॉ. शांता ने अपनी निस्वार्थ सेवा के कारण विभिन्न क्षेत्रों से समर्थन प्राप्त किया, उन्नत सुविधाओं के साथ 12 बिस्तरों के साथ शुरू किए गए संस्थान में सुधार किया, जिससे गरीब कैंसर रोगियों को मुफ्त और उन्नत देखभाल सुविधा उपलब्ध हुई। डॉ. शांता ने कैंसर पर कई अनुसंधान परियोजनाएं शुरू की और लोगों के बीच कैंसर का पता लगाने के लिए नियमित जांच की आवश्यकता पर जागरूकता बढ़ाई। चिकित्सा के लिए उनकी सेवा को वैश्विक स्तर पर प्रशंसा मिली। उनका निधन चिकित्सा जगत और तमिलनाडु के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।”

श्री स्टालिन ने ट्वीट के जरिए उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ शांता के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनका निधन चिकित्सा जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने गरीबों के लिए सस्ता कैंसर उपचार सुनिश्चित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।

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