बच्चे की मां होने के नाते पूर्व मिस यूक्रेन के साथ हुआ भेदभाव, बताई अपनी व्यथा

पूर्व मिस यूक्रेन ने मिस वर्ल्ड ब्यूटी कम्पटीशन के आयोजकों पर बड़ा आरोप लगाया है। पूर्व मिस यूक्रेन रही वेरोनिका डिडुसेंको ने खुलासा किया है कि शादीशुदा और एक बच्चे की मां होने के कारण उनके साथ भेदभाव हुआ है। उन्होंने बताया है कि उनका मिस उक्रेन का क्राउन छीन लिया गया और मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेने से रोक दिया गया। महज इसलिए की वो शादीशुदा हैं और पांच साल के बच्चे की मां हैं. वेरोनिका की उम्र 24 साल है।

इसके बाद अब वेरोनिका ने मिस वर्ल्ड ऑर्गेनाइजर्स के खिलाफ इन नियमों के खिलाफ अवाज उठाते हुए इन्हें बदलने की मांग की है। इसके लिए वेरोनिक ने सोशल मी़डिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा है। उनका कहना है कि ब्यूटी स्पर्धाएं अपने एक नियम को खत्म करें जिससे शादीशुदा महिलाओं के साथ भेदभाव होता है।

वेरोनिका ने सोशल मीडिया पर अपने बेटे और वकील के साथ-साथ कुछ अखबारों में छपी अपनी कहानी की तस्वीर शेयर की हैं। इसके साथ ही उन्होंने साफ किया है कि वो इस भेदभाव के खिलाफ लीगल एक्शन उठाने जा रही हैं।

वेरोनिका ने अपने पोस्ट में लिखा, “मिस यूक्रेन का खिताब जीतने के बावजूद मुझे मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता से हटा दिया गया था क्योंकि मैं शादीशुदा हूं और एक बच्चे की मां हूं। मुझे अपना क्राउन वापस नहीं चाहिए। मैं चाहती हूं कि इसके नियम बदलें ताकि बड़े स्तर पर महिलाओं को इससे फायदा पहुंच सके। ये नियम इंटरनेशनल पॉलिसी की तरह बना दिए गए हैं जो कहीं ना कहीं दुनिया भर की कई महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को दर्शाते हैं। 24 साल की मॉडल ने लिखा कि मैं मिस वर्ल्ड और ऐसे ही ग्लोबल ब्यूटी स्पर्धाओं को रिक्वेस्ट करना चाहती हूं कि वे इन दकियानूसी नियमों को हटाएं ताकि ये प्रतियोगिताएं समाज में मौजूद हर महिला का प्रतिनिधित्व कर सकें।”

वेरोनिका की बात करें तो उन्होंने साल 2018 में मिस यूक्रेन ब्यूटी पेजेंट जीकर क्राउन अपने नाम किया था। हालांकि इसके चार दिनों बाद जैसे ही ऑर्गेनाइजर्स को पता चला कि वो शादीशुदा हैं और उनका एक बच्चा भी हैं तो वेरोनिका से उनका क्राउन वापस ले लिया गया था।

बता दें कि इस प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार इस ब्यूटी पेजेंट में वहीं महिलाएं हिस्सा ले सकती हैं जिनका मैरिटल स्टेटस अनमैरिड (अविवाहित) हो। जैसा कि इसके टाइटल में भी ‘मिस’ है ‘मिसेज’ नहीं है ऐसे में वेरोनिका इस नियम पर खरी नहीं उरती जिसके कारण उनके खिलाफ ये कदम उठाया गया।

हालांकि वेरोनिका ने माना कि उन्होंने नियमों को पढ़ा था लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि उनका बच्चा किसी भी हाल में उनके प्रोफेशनल करियर में बाधा नहीं है और ये एक बेहद दकियानूसी नियम है।

वेरोनिका का कहना है कि हम #righttobemother कैंपेन के चलते लोगों में जागरुकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस कैंपेन का फोकस इंटरनेशनल ब्यूटी प्रतियोगिताओं में सभी तरह की महिलाओं को शामिल करना है और इस कैंपेन के सहारे इस नियम को खत्म करने के लिए दबाव डालने की कोशिश है।

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