मप्र की गंदगी से कराह रही जीवन दायनी मंदाकिनी, ठंडे बस्ते में सीवर योजना

चित्रकूट। नयागांव में बना सीवर प्लांट वर्षों से निष्प्रयोज्य और योजना ठण्डे बस्ते में है। सीवर शुरू न होने से मप्र की गंदगी से मंदाकिनी कराह रही है। घाटों की मिट्टी निकालने व अधिकारियों को नयागांव रपटा के फाटक बंद होने का इंतजार है।

मंगलवार को बुन्देली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि कई वर्षों से सरयू नाले के किनारे मप्र नयागांव का सीवर प्लांट सफेद हाथी की भांति खड़ा है। योजना को अधिकारियों के ठण्डे बस्ते में डालने से सीवर प्लांट चालू होने से लाखों लीटर गंदगी नदी में गिरने से रुक जाएगी। अभी नगर पालिका कर्वी को मप्र की गंदगी ढोनी पड़ रही है। पुल के बगल में बना सुलभ काम्प्लेक्स अधिकारियों को नजर नहीं आ रहा है। एक विशाल कुंड में गंदगी भरी रहती है, जो किसी धब्बे से कम नहीं है। स्वच्छता मिशन के बड़े-बड़े दावे कर अफसर आंख मूंदे बैठे हैं। नयागांव के घाट मिट्टी से पटे पड़े हैं। जब तक नयागांव रपटा के फाटक बंद नहीं होते, तब तक मजदूर लगाकर घाटों से मिट्टी निकलवाई जा सकती है। इंतजार है कि कब फाटक बंद हो और सब कुछ नदी में छिप जाये। घाटों के मलबे की सफाई को पिछले महीना नयागांव नगर पंचायत ने एक पोकलैंड मशीन घाट में उतारी थी। बिना मलबा निकाले मशीन खुद कीचड़ में फंस गई। किसी तरह दूसरी मशीन बुलाकर उसे निकाला गया। फिर घाटों की मिट्टी और मलबा निकालने को लेकर कोई पहल नहीं हुई।

अजीत सिंह ने बताया कि नगर पंचायत कार्यालय के पास से नदी में एक नाला गिरता था। बतौर मुख्यमंत्री गंगा आरती करने आये सीएम शिवराज सिंह चैहान से नाला रोकने की मांग पर रुका था। बुन्देली सेना ने सीएम के दरबार तक सीवर प्लांट और तमाम समस्याओं को पहुंचाने का मन बनाया है।

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