जानें क्यों दक्षिण अफ्रीका समेत यूरोपीय देशों पर ट्रैवल बैन लगाने की तैयारी में बाइडेन प्रशासन

वॉशिंगटन, दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बाद अमेरिका की जो बाइडेन सरकार काफी सतर्क हो गई है। बाइडेन सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए दक्षिण अफ्रीका पर ट्रैवल बैन लगाने का फैसला लिया है। देश के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

इसके अलावा, सोमवार को बाइडेन प्रशासन ब्राजील, इंग्लैंड, आयरलैंड और यूरोप के 26 देशों के यात्रियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करने वाला है। हालांकि इन देशों में रहने वाले अमेरिकी वासी देश वापस आ सकते हैं, लेकिन आने के बाद उन्हें क्वारंटीन में रहना होगा। बता दें कि अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा ढाई करोड़ के पार पहुंच गया है। यहां अब तक चार लाख 17 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। विश्व के किसी भी देश में इतनी बड़ी संख्या में न तो संक्रमित मिले हैं और न ही मौत हुई है।

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इस सबके बीच कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन से भी अमेरिका में कई लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में अमेरिका प्रशासन काफी सतर्क नजर आ रहा है। कुछ अमेरिकी वैज्ञानिकों का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का जो नया स्ट्रेन मिला है उसके खात्मे में वैक्सीन कारगर साबित नहीं हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो देश में फिर से इंफेक्शन का खतरा बन जाएगा।

अमेरिकी स्वास्थ्य कर्मियों की मानें तो दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 501Y.V2 संक्रमण फैलाने की 50 फीसद तक ज्यादा क्षमता रखता है। इसके अलावा यह स्ट्रेन 20 से अधिक देशों में फैल चुका है इसलिए अमेरिका में इसे आने से रोकना बहुत जरूरी है। अमेरिका में सबसे ज्यादा मामले कैलिफोर्निया प्रांत में दर्ज किए गए हैं। यहां 31 लाख 47 हजार से अधिक संक्रमित मिले हैं। इसके बाद टेक्सास में 22 लाख 43 हजार मामले सामने आए हैं, जबकि फ्लोरिडा में 16 लाख 39 हजार और न्यूयॉर्क में 13 लाख 23 हजार केस दर्ज हो चुके हैं। अमेरिका में 20 जनवरी को सत्ता संभालने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने पूरे देश में 100 दिनों के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। वहीं, ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान यह कदम उठाने से इन्कार कर दिया था।

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