पश्चिम बंगाल पहुंची चुनाव आयोग की टीम, तीखे बयान पर bjp के तीन नेता गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। राजनेताओं के बीच तीखी बयानबाजी जारी है।

इसी बीच चुनाव आयोग की एक टीम चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर पहुंची है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में अधिकारी असम से यहां पहुंचे हैं।

वहीं गुरुवार को भाजपा के युवा मोर्चा अध्यक्ष सहित तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। इनपर विवादित नारे लगाने की वजह से कार्रवाई की गई है।

भाजपा के हुगली जिला की युवा इकाई के अध्यक्ष सुरेश साहू समेत तीन कार्यकर्ताओं को पार्टी के नेता शुवेंदु अधिकारी के रोड शो के दौरान ‘देश के गद्दारों को गोली मारो’ के आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में बताया। एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को हुगली जिला में पार्टी के कार्यक्रम में इस तरह की कथित नारेबाजी की थी, जिसके बाद जिला पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एक मामला दर्ज किया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को अदालत में पेश किया जाएगा।

चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद टीएमसी नेता और मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘भाजपा ने आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में 10 प्रतिशत बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के नाम हैं।

हमने चुनाव आयोग से कहा है कि क्योंकि सूची आपने बनाई है इसलिए ये सीधा आपके ऊपर आरोप है। भाजपा पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक भाषणों के जरिए नफरत पैदा कर रही है।

हमने चुनाव आयोग से इस पर ध्यान देने का अनुरोध किया है। हम सभी शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं। यह ‘गोली मारो’ आदि समाज को बांटने के लिए उकसाने वाले नारे हैं। वे लोगों को वोट देने के लिए डरा रहे हैं।

भाजपा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों में बीएसएफ को भेज रही है और लोगों को वोट देने के लिए डरा रही है, यह मेरा आरोप है। चुनाव आयोग ने कहा कि हम इसे क्रॉस-चेक करेंगे।’

भाजपा सांसद और बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘यह चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह यह सुनिश्चित करे कि लोग बिना किसी डर के मतदान करें।

यह महत्वपूर्ण है कि केंद्रीय बलों को जल्द ही यहां तैनात किया जाए। हमें शक है कि रोहिंग्याओं के नाम सीमा क्षेत्रों की मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं।

इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। चुनाव आयोग आगामी विधानसभा चुनाव की व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए अपनी पूरी टीम के साथ आए हैं।

विपक्षी पार्टी के रूप में, हमने उन्हें एक ऐसा माहौल सुनिश्चित करने के लिए कहा है जिसमें लोग तटस्थ और शांतिपूर्ण ढंग से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।’

 

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