महाराष्ट्र में जारी है सियासी उलझन, एनसीपी और कांग्रेस दोनों के भीतर तकरार

महाराष्ट्र में महीने भर की उथल पुथल के बाद शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की गठबंधन सरकार बन गई है। हालाँकि अभी तक कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना में सत्ता के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री बनना तो तय है लेकिन उपमुख्यमंत्री, स्पीकर और मंत्री पद को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है। ऐसे में कई नामो पर संशय बना हुआ है।

जानकारी के अनुसार उद्धव ठाकरे ने स्पीकर पद के लिए कांग्रेस से ऐसे नाम मांगे गए हैं जो हर किसी को मंजूर हो। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री पद के लिए कुछ नामों को मांगा है। ऐसे में कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री के लिए बालासाहेब थोराट का नाम आगे बढ़ाया है। हालांकि, स्पीकर पद पर भी कांग्रेस के अंदर मंथन चल रहा है। कांग्रेस स्पीकर पद के लिए पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण के बीच में से किसी एक को चुन सकती है। जब कांग्रेस की ओर से नाम दिया जाएगा तो तीनों पार्टियां इसपर बात करेंगी।

किसानो की गुहार, उपमुख्यमंत्री मने अजित पवार

गौरतलब है कि तीनों पार्टियों ने तय किया है कि कांग्रेस को स्पीकर पद मिलेगा, वहीं उपमुख्यमंत्री का पद एनसीपी को मिलेगा। ऐसे में अभी इस बात पर सस्पेंस बना हुआ है कि उपमुख्यमंत्री कौन होगा। चर्चा इस बात की भी है कि अजित पवार एक बार फिर इस सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद संभाल सकते हैं। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए किसानो की तरफ से भी मांग की जा रही है। बारामती, सोलापुर और धुले के किसान अजित पवार के उपमुख्यमंत्री न बनने की स्थिति में धरने पर बैठने की बात कह रहे हैं।

हालाँकि अजित पवार की सरकार में क्या जिम्मेदारी होगी, इसपर शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि इसपर अंतिम निर्णय शरद पवार लेंगे। वहीँ गुरुवार दोपहर से ही अजित पवार का फ़ोन एक बार फिर स्विच ऑफ हो गया। इससे एक बार फिर उनके इरादों पर कयास लगाए जाने लगे। इन अटकलों पर एनसीपी नेता ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ है, उन्होंने कुछ देर के लिए फोन इसलिए बंद किया था क्योंकि वह लगातार आ रही फोनकॉल को इग्नोर करना चाहते हैं। लेकिन वह शपथ ग्रहण समारोह में जरूर आएंगे।

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