सीएम नितीश ने दी बिहार को 28 हजार करोड़ की 77 योजनाओं की सौगात

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य की सरकारें आम लोगों को लगातार योजनाओं की सौगात दे रही हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण निर्माण विभाग द्वारा कार्यान्वित कुल 4733 करोड़ रुपये की लागत से 200 योजनाओं का शिलान्यास किया है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग की कुल 2814.47 करोड़ रुपये की 77 परियोजनाओं का भी उन्होंने शिलान्यास और उद्घाटन किया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पटना मेट्रो का कार्यारंभ किया। इस क्रम में राजधानी के कंकड़बाग स्थित मलाही पकड़ी से बैरिया में नवनिर्मित पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस टर्मिनल तक जाने वाले स्ट्रेच पर काम शुरू हो गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में पटना मेट्रो के दोनों खंड का काम पूरा हो जाएगा।

वर्चुअल शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर में घोड़ा कटोरा का विस्तार किया जाएगा और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए पेट्रोल-डीजल वाहन को प्रतिबंधित कर टमटम चालकों को ई-रिक्शा का वितरण किया। घोड़ा कटोरा में ई-रिक्शा चलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि उपज मंडी समिति को बिहार ने पहले खत्म किया है। केंद्र सरकार ने भी इस मामले में सही कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार नियम बिहार में पहले से ही लागू है, यह व्यवस्था वैसे ही रहेगी। नये कृषि यंत्रों से कृषि में नया परिवर्तन आयेगा। किसान अपने-अपने क्षेत्र के पैक्स से यंत्रों को ले सकेंगे। कृषियंत्र से किसानों को काफी लाभ मिलेगा, फसल को अब जलाने की जरूरत नहीं है। हरित कृषि संयंत्र योजना से पर्यावरण की रक्षा होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो रेल कार्य की शुरुआत आज से हुई है। तय वक्त में मेट्रो संचालन की शुरुआत होगी। पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में पांच साल में दोनों खंड का काम पूरा होगा। मेट्रो रेल से लोगों को नयी सुविधा मिलेगी, जनता को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्ष के अंदर पटना में मेट्रो रेल दौड़ने लगेगी। बिहार में डॉल्फिन को लेकर उन्होंने कहा कि डॉल्फिन की संख्या गंगा नदी की स्वच्छता पर निर्भर करेगी। इसके लिए राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध संस्थान के भवन का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि नगर में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक विंग बनाना होगा। फल्गु नदी में पानी को लेकर उन्होंने कहा कि फल्गु नदी में प्रतिवर्ष लाखों लोग आते हैं। इसके लिए हर साल व्यवस्था की जाती है। पानी को रोकने के लिए अब रबर डैम का निर्माण किया जायेगा। इससे नदी में दो फीट तक पानी बढ़ेगा और एक ओर से दूसरी ओर जाने के लिए पुल बनाया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के सुदूर इलाके से पटना आने में छह घंटे का लक्ष्य रखा था, जो पूरा हो गया है। अब पांच घंटे का लक्ष्य तय किया गया है। स्टेट हाइवे का बिहार सरकार को अपने स्तर पर रखरखाव करना है। इसके लिए हमने पॉलिसी भी बनायी है। आने वाले वक्त में किसी भी जिले से पटना आने में पांच घंटे से ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। पटना से घोड़ा कटोरा होते हुए राजगीर जाने के लिए नया राजमार्ग बनने से 80 किमी की दूरी रह जायेगी। इससे पर्यटकों को सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि आज कैंसर संस्थान का उद्घाटन हो रहा है। अब कैंसर के इलाज के लिए बिहार के लोगों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में प्रजनन दर पहले 4.3 थी , जो अब 3.2 हो गयी है। यह सब शिक्षा से संभव हुआ है। पोलियो से मुक्ति के लिए भी काम किया गया। 2010 के बाद से पोलियो का उन्मूलन हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक कोरोना टेस्ट बिहार में हुए हैं। कोरोना से मुक्ति के लिए बिहार में सबसे ज्यादा काम हुआ है। 21 सितंबर को एक लाख, 94 हजार, 88 कोरोना टेस्ट हुए हैं, जो देश में सबसे अधिक है। बिहार में अबतक कुल 60 लाख, 63 हजार 568 कोरोना टेस्ट हुए हैं। टेस्ट के मामले में देश का औसत 10 लाख की आबादी पर 47 हजार, 337 है जबकि बिहार का औसत प्रति 10 लाख 47 हजार, 482 है, जो देश के औसत के बराबर है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने हमें मौका दिया है सेवा करने का। हम सेवा करते हैं, सेवा ही हमारा धर्म है। बिहार आगे बढ़ रहा है, बिहार विकास कर रहा है और बिहार विकसित राज्य बनेगा, ये हमारा संकल्प है। न्याय के साथ विकास करने का हम प्रयास कर रहे हैं, जो हाशिए पर थे, उनको आगे लाने का काम किया है,बिहार के हर क्षेत्र में काम हो रहा है।

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