असम-मिजोरम बॉर्डर हिंसा: दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ आज बैठक करेंगे केंद्रीय गृह सचिव

असम-मिजोरम की सीमा पर सोमवार को हुई हिंसा (Assam Mizoram Border Dispute) के बाद अब केंद्रीय गृह सचिव दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ अहम बैठक करेंगे. इस बैठक में दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये बैठक नॉर्थ ब्लॉक में कल यानी बुधवार को होगी. वहीं दुसरी ओर इस हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने कहा है कि अंतरराज्यीय सीमा विवाद को इसमें शामिल राज्य सरकारें ही सुलझा सकती हैं और केंद्र मामलों में सिर्फ सूत्रधार की भूमिका निभाती है.

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने देश में राज्यों के बीच सीमा विवाद को हल करने में केंद्र की भूमिका पर पूछे गए सवाल के जवाब में लोकसभा में कहा कि सीमा विवाद को राज्य की सरकारें ही हल कर सकती हैं और केंद्र सरकार इसमें केवल सूत्रधार की भूमिका निभाती है.

सोमवार को असम के काछर जिले के लैलापुर में तनाव उस समय बढ़ा, जब असम पुलिस की एक टीम और जिला अधिकारी 200 पुलिसकर्मियों के साथ बॉर्डर पर पहुंचकर मिजोरम के लोगों को एक जमीन से खाली करवाने की कोशिश कर रहे थे, जिस पर असम अपना दावा करता है.

सरमा ने कहा- मशीन गन का भी किया गया इस्तेमाल

एक घायल पुलिसकर्मी ने बताया, “हम लोगों से इलाके को खाली करने की अपील कर रहे थे, लेकिन वे आक्रामक नजर आ रहे थे. कुछ लोगों लाठी, खंजर और दूसरे हथियार लेकर वहां पहुंच गए थे. वहीं सीमा के पास ही एक पहाड़ी पर मिजोरम पुलिस के जवान तैनात थे. अचानक वे फायरिंग करने लगे, हमारे पास जवाब देने का भी समय नहीं था.”

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बाद में कहा कि मिजोरम पुलिस ने मशीन गन का भी इस्तेमाल किया था. उन्होंने ट्वीट किया, “साफ प्रमाण आने लगे हैं कि जिसमें दुर्भाग्यपूर्ण दिख रहा है कि मिजोरम पुलिस ने असम पुलिस के खिलाफ लाइट मशीन गन (LMG) का उपयोग किया. यह काफी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है, जो स्थिति की नीयत और उसकी गंभीरता के बारे में बता रहा है.” सरमा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें मिजोरम पुलिस के जवान पहाड़ियों से उतर रहे हैं और स्थानीय लोग जश्न मनाते हुए दिख रहे हैं. उन्होंने इस पर लिखा, “दुखद और भयावह.”

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