क्या इस वजह से टूट जाएगी अखिलेश और जयंत चौधरी की दोस्ती? जानिए

डिंपल यादव सपा की तीसरी और अंतिम सीट के लिए एक गंभीर दावेदार बन गई

लखनऊ: रालोद प्रमुख और सपा के सहयोगी जयंत चौधरी अब खुद को मुश्किल में पा रहे हैं। चुनाव से पहले उन्हें एक सीट देने का वादा किया गया था, लेकिन डिंपल यादव सपा की तीसरी और अंतिम सीट के लिए एक गंभीर दावेदार बन गई हैं।

अखिलेश ने कपिल सिब्बल को लेकर कही ये बात- Up News

राज्यसभा चुनाव में सपा का समर्थन पाने के बाद कपिल सिब्बल ने कहा, ”हम मोदी सरकार का विरोध करने के लिए विपक्ष में रहकर गठबंधन बनाना चाहते हैं और 2024 में ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं कि मोदी सरकार की गलतियां लोगों तक पहुंचे।” वहीं, अखिलेश यादव ने सदन में मामले उठाने के लिए कपिल सिब्बल की दक्षता और उनकी कानूनी दक्षता की सराहना की।

जयंत चौधरी राज्यसभा जाने से चूके

आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी और आरएलडी के बीच गठबंधन हुआ था। हालांकि, इसे चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। अगर आरएलडी के जयंत चौधरी राज्यसभा जाने से चूकते हैं तो दोनों दलों के गठबंधन पर भी इसका असर पड़ेगा।

अखिलेश ने जयंत से किया था ये वादा

सूत्रों की मानें तो जयंत चौधरी को अखिलेश यादव ने राज्यसभा भेजने का वादा किया था। अखिलेश चाहते थे कि जयंत सपा के सिंबल पर राज्यसभा जाएं, लेकिन जयंत राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार के तौर पर सपा का समर्थन चाहते हैं। आपको बता दें कि सपा के पास राज्यसभा की तीन सीटें हैं। कपिल सिब्बल और जावेद अली खान नामांकन भर चुके हैं। वहीं, तीसरे उम्मीदवार की बात करें तो वह डिंपल यादव हो सकती हैं।

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