हैदराबाद एनकाउंटर मामले की जांच करने आएंगे सेवानिवृत्त चीफ जस्टिस…

हैदराबाद पुलिस एनकाउंटर मामले में जांच के लिए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अहम सुझाव दिया। सर्वोच्च न्यायालय ने सुप्रीम कोर्ट के ही किसी रिटायर्ड जज की देखरेख में इस मामले की जांच कराने का सुझाव दिया। चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एस. अब्दुल नजीर और जस्टिस संजीव खन्ना वाली पीठ ने कहा कि, इस मामले को तेलंगाना हाईकोर्ट देख रही है, लिहाजा हम सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज को मामले की जांच के लिए नियुक्त कर सकते हैं।

इसके साथ ही पीठ ने कहा है कि जज तेलंगाना की जगह दिल्ली से ही मामले की निगरानी करेंगे। बता दें कि नवंबर अंत में हैदराबाद में चार लोगों ने एक महिला पशु चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार कर उसका शव जला दिया थी। गिरफ्त में लेने के बाद चारो आरोपियों, मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नेकेशवुलु को जांच के लिए घटनास्थल पर ले जाया गया था, जहाँ से भागने की कोशिश करने पर पुलिस ने चारो को मार गिराया था। वकील जीएस मणि और मुकेश कुमार शर्मा ने अपनी जनहित याचिका में इस एनकाउंटर को गैर कानूनी बताया था।

इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए वकील जीएस मणि ने याचिका में लिखा कि न्यायपालिका तक मामला पहुंचने से पहले ही तेलंगाना पुलिस ने कानून को हाथ में लेते हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया। इस मामले में गुस्साए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पुलिस ने पूरी जांच, और सबूत एकत्र किए बिना ही गैरकानूनी तरीके से इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। ऐसे में वकीलों ने मांग की है कि इस मामले की जांच तक एनकाउंटर में शामिल पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी से दूर रखा जाए।

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने उनकी इस याचिका पर विस्तृत सुनवाई का निर्णय लिया। गुरुवार को सुनवाई की जाएगी। इसके साथ ही तेलंगाना सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने पीठ से इस मामले में किसी तरह का आदेश पारित करने से पहले अपना पक्ष सुनने का आग्रह किया है। बता दें कि पीठ ने याचिकाकर्ताओं और तेलंगाना सरकार से इस मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त जज का नाम सुझाने को कहा है।

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