बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना का CAA पर आया बयान, कहा ये भारत का आंतरिक मामला

नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया। इसके साथ ही एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा ”भारत में नए नागरिकता कानून की कोई जरूरत नहीं थी।” बता दें कि इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने भी इन्हे भारत का आंतरिक मामला बताया था।

यूएई की राजधानी अबूधाबी में एक इंटरव्यू के दौरान हसीना ने कहा, ‘भारत से बांग्लादेश की तरफ माइग्रेशन का कोई रिकॉर्ड नहीं है। हालाँकि भारत के अंदर ही लोग कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हालांकि, ये उनका आंतरिक मामला है।’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के पक्ष में या हमेशा से ही नागरिकता कानून और एनआरसी भारत के आंतरिक मुद्दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इस दौरान मोदी ने व्यक्तिगत तौर पर उन्हें आश्वस्त किया था। हसीना ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के संबंध इस समय सबसे अच्छे दौर में हैं।

बता दें कि बांग्लादेश इस मामले में चुप्पी साधने की कोशिश करता आया है। हालाँकि समय समय पर बांग्लादेश की तरफ से कुछ प्रतिक्रिया भी आती रही है। गत दिसंबर, बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन और गृह मंत्री असदुजमान खान ने भारतीय राज्य मेघालय दौरे को रद्द कर दिया था। बांग्लादेशी अधिकारियों ने कहा था कि सही समय आने पर वे मेघालय दौरा करेंगे। वहीँ, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ प्रताड़ना को लेकर अमित शाह के बयान पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था से ज्यादा बेहतर है। इसलिए कुछ भारतीय बल्कि बांग्लादेश में घुसपैठ कर रहे हैं।

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