आखिर 15 अगस्त को ही क्यों महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को कहा अलविदा, जानिए

भारतीय टीम के पूर्व महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम से रिटायरमेंट ले ली है। महेंद्र सिंह धोनी के रिटायर होते ही सोशल मीडिया पर फैंस इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी के फैंस टीम इंडिया से उनकी विदाई पर बेहद नाराज हैं और बहुत मायूस भी। धोनी सिर्फ एक धुआंधार बल्लेबाज ही नहीं बल्कि एक बेहतरीन कप्तान थे। लेकिन क्या आपको पता है कि महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त के ही दिन क्यों क्रिकेट से विदाई ली। इसके पीछे महेंद्र सिंह धोनी की एक बड़ी बजा रही है।

महेंद्र सिंह धोनी हमेशा से ही देशभक्त रहे हैं। उन्हें भारतीय आर्मी बेहद पसंद है। महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त का ही दिन इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के लिए चुना इसके पीछे एक बड़ा राज है। जिसकी बात महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर ने की है। धोनी के मैनेजर मिहिर दिवाकर ने खुलासा किया है कि धोनी के संन्यास के फैसले के लिए 15 अगस्त से 72 दिन नहीं हो सकता था यह धोनी की देशभक्ति को दर्शाता है।

महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर ने बताया कि उनका पूरा चमकदार करियर भारत के लिए था और लोगों से उन्हें जो प्यार मिला वह अद्वितीय है। धोनी के संन्यास के लिए 15 अगस्त से बेहतर दिन हो ही नहीं सकता था। धोनी का 15 अगस्त को सन्यास लेना यह सब भारत के लिए है और भारत को समर्पित है।

धोनी के मैनेजर ने बताया कि धोनी पिछले कुछ हफ्तों से संन्यास की बात कर रहे थे। लेकिन वह सही समय का पता नहीं लगा पा रहे थे। उन्हें भी सही समय का पता नहीं था। लेकिन अंत में उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप, आईसीसी एकदिवसीय वर्ल्ड कप और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर चुका है। वे महेंद्र सिंह धोनी ही थे जिनकी कप्तानी में पहली बार भारतीय टीम 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन पर आई थी। इससे पहले भारतीय टीम कभी भी नंबर वन पर नहीं आई थी।

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