राजस्थान हाईकोर्ट ने कांग्रेस में विलय करने वाले BSP के 6 विधायकों को भेजा नोटिस, स्पीकर से भी मांगा जवाब

राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच बहुजन समाज पार्टी ने अपना रुख बदल लिया है। बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस के खिलाफ खड़ी हो गई है। जब से यह हुआ है तब से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। बसपा के 6 विधायकों ने राजस्थान के चुनाव के बाद कांग्रेस में विलय कर लिया था लेकिन अब पार्टी की ओर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया गया है।

बता दें कि राजस्थान हाई कोर्ट में इस मामले पर आज सुनवाई हुई जिसमें सतीश मिश्रा की ओर से दलील रखी गई। कांग्रेस में विलय कर चुके बसपा के छह विधायक सहित विधानसभा अध्यक्ष और विधानसभा सचिव को राजस्थान हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। अदालत की ओर से सभी से 11 अगस्त तक जवाब देने के लिए कहा गया है।

बता दें कि सुनवाई के दौरान बहुजन समाज पार्टी ने अदालत में तर्क दिया कि वह एक राष्ट्रीय पार्टी है ऐसे में राज्य स्तर पर विधायक किसी दूसरी पार्टी में विलय नहीं कर सकते हैं। सतीश मिश्रा इस मामले के लिए लखनऊ से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट से जुड़े। यहां अदालत में उन्होंने हरियाणा के कुलदीप विश्नोई मामले का हवाला दिया साथ ही जगदीश सिंह केस का भी हवाला दिया गया।

उन्होंने कहा कि बसपा राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है ऐसे में राज्य स्तर पर फैसला मान्य नहीं होता। दलील दी गई है कि पूरे दल का विलय राष्ट्रीय स्तर पर हो सकता। वहीं सुनवाई में बीएसपी की ओर से आरोप लगाया गया और कहा गया कि स्पीकर जानबूझकर पूरे मामले को खींच रहे हैं।

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