प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने e-RUPI को किया लाॅन्च, जानिए इसके 10 बड़े फायद

े 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन e-RUPI लॉन्च कर दिया। कैशलेस इंडिया बनाने की दिशा में इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है।इस वाउचर-बेस्ड डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन को नेशनल पेमेंट काॅर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने तैयार किया है। आने वाले दिनों में सरकार इसका उपयोग अपनी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी को पहुंचाने के लिए कर सकती है। जिससे पहले की तुलना में लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा। अभी अकाउंट में पैसा जाने पर कई बार अधिकारियों की लापरवाही की वजह से लाभार्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब इस नए पेमेंट मोड से लोगों को कम मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

क्या है e-RUPI 

डिजिटल पेमेंट के लिए यह एक काॅनटैक्टलेस और कैशलेस इंस्ट्रूमेंट जैसा रहेगा। यह एक क्यू आर या फिर SMS स्ट्रिंग अधारित ई-वाउचर है जोकि सीधे लाभार्थी के मोबाइल पर पहुंचता है। इसमें किसी तीसरी पार्टी का कोई हस्ताक्षेप नहीं रहता है। जिससे डिजिटल फ्राॅड को लेकर भी बचा जा सकता है।

e-RUPI के दस फायदे 

1) ई-रुपी एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल भुगतान है।

2) सेवा प्रायोजकों और लाभार्थियों को डिजिटल रूप से जोड़ता है।

3) विभिन्न कल्याणकारी सेवाओं की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करता है।

4) यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जो लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।

5) इस निर्बाध एकमुश्त पेमेंट सिस्टम के उपयोगकर्ता सेवा प्रदाता पर कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को भुनाने में सक्षम होंगे।

6) ई-रुपी सेवाओं के प्रायोजकों को बिना किसी भौतिक इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ जोड़ता है।

7) यह यह भी सुनिश्चित करता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए।

8) प्री-पेड प्रकृति का होने के कारण, यह सेवा प्रदाता को बिना किसी मध्यस्थ की भागीदारी के समय पर भुगतान का आश्वासन देता है।

9) नियमित भुगतान के अलावा, इसका उपयोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, उर्वरक सब्सिडी जैसी योजनाओं के तहत मातृत्व और बाल कल्याण योजनाओं, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, दवाओं और निदान जैसी योजनाओं के तहत सेवाओं के लिए भी किया जा सकता है। आदि।

10) इन डिजिटल वाउचर का उपयोग निजी क्षेत्र द्वारा अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के लिए भी किया जा सकता है।

Related Articles

Back to top button