अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतन्त्र की रक्षा ही जेपी को सच्ची श्रद्धान्जलि-रामगोविन्द चौधरी

लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष, उत्तर प्रदेश रामगोविन्द चौधरी ने कहा है कि वर्तमान शासन की वजह से केवल रोजी रोटी नहीं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतन्त्र भी खतरे में है। इसकी रक्षा के लिए जो जहाँ है, वहीं से प्रयास करे। यह प्रयास ही आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण को सच्ची श्रद्धान्जलि है।

रविवार को अपने आवास पर आयोजित जेपी जयन्ती समारोह में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने लोकतन्त्र सेनानी वरिष्ठ पत्रकार जनकवि धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव और लोकनायक जयप्रकाश नारायण ट्रस्ट के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार अनिल त्रिपाठी को अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया और कहा कि आज देश 1975 से अधिक बुरे दौर से गुजर रहा है। जो लोग न्याय की बात कर रहे हैं, किसान की बात कर रहे हैं, दलित की बात कर रहे हैं, पिछड़े व अतिपिछड़े की बात कर रहे हैं, अल्पसंख्यक की बात कर रहे हैं, मजलूम की बात कर रहे हैं, रोजगार की बात कर रहे हैं, छात्र की बात कर रहे हैं, उन्हें सड़कों पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा जा रहा है। सरकार का दायित्व केवल कारपोरेट की हितों की रक्षा करना रह गया है। ऐसे में कवियों और पत्रकारों की भूमिका और बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कवियों और पत्रकारों ने अपनी इस भूमिका का निर्वहन कर इस जुल्म का प्रतिवाद नहीं किया तो कारपोरेट की रक्षक सरकार लोकतन्त्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को पूर्ण रूप से निगल जायेगी। यदि ऐसा हुआ तो आने वाली पीढ़ी हमलोगों को माफ नहीं करेगी।
जयन्ती समारोह की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने जेपी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ववलन और श्रद्धासुमन अर्पित कर किया। दीप प्रज्ववलन व श्रद्धासुमन अर्पण में उनके साथ सर्वश्री लाल बच्चन यादव, रविन्द्र यादव, बबलू यादव, संदीप यादव, सुनील प्रजापति, नरेश यादव, दिनेश कुमार आदि शामिल थे। समारोह के अंत में इस सभी लोगों ने,
“जयप्रकाश का बिगुल बजा तो जाग उठी तरुणाई है,
तिलक लगाने तुम्हें जवानों क्रांति द्वार पर आई है।”
क्रांति गीत का सामूहिक पाठ किया।

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