72 सालों में पहली बार अप्रैल में भीषण गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड , आग बरसने से लोग हुए बेहाल

72 सालों में पहली बार अप्रैल में पड़ी इतनी भीषण गर्मी, चिलचिलाती धूप लोगों की हालत की खस्ता

लखनऊ: यूपी में इन दिनों भीषण गर्मी का तापमान बढ़ता जा रहा है. सवेरा होते ही सूरज के निकलते ही मानों जैसे चारों तरफ से कोई आग के गोले फेक रहा हो. झुलसा देने वाली धूप ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. वहीं इस प्रचंड गर्मी के बार में लखनऊ में स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि यह तल्खी जारी रहेगी. आने वाले दिनों में हीट वेव के लिए भी तैयार रहें. उधर, संगम नगरी प्रयागराज गुरुवार 28 अप्रैल प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा.

यहां पर अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूरे देश में इससे अधिक तापमान केवल राजस्थान के धौलपुर में 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. प्रयागराज ने यूपी के सभी शहरों को तापमान के मामले में पीछे छोड़ दिया है. भीषण गर्मी की वजह से लोग बेहाल हो उठे हैं.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस साल अप्रैल की पहली छमाही में दर्ज किया गया उच्चतम अधिकतम तापमान पिछले 72 वर्षों में 15 से 29 अप्रैल का उच्चतम अधिकतम तापमान है. इस साल अब तक, सफदरजंग मौसम वेधशाला में 11 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री दर्ज किया गया था. यह 1951 से 2021 तक 1 से 15 अप्रैल के उच्चतम अधिकतम तापमान के पहले के रिकॉर्ड को पार कर गया. अप्रैल 2010 में 12 और 13 अप्रैल को 41.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.

बेहाल करने वाली गर्मी ने प्रयागराज के लोगों का छुड़ाया पसीना

संगम नगरी प्रयागराज में तापमान का पारा बढ़ने से न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है. रात में भी लोगों को गर्मी जरा सी भी राहत नहीं दे रही है. इस बार अप्रैल के महीने में आसमान से आग बरस रही है. प्रयागराज में अधिकतम तापमान रिकॉर्ड बना रहा है, तो न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी हुई है. भीषण गर्मी की वजह से जो लोग बाहर निकलने से बच रहे हैं. वहीं महिलाएं और लड़कियां सभी मुंह पर कपड़े बांधकर घरों से निकल रही हैं. वहीं पुरुष भी अंगौछा लेकर ही बाहर काम पर निकल रहे हैं.

इस गर्मी में कूलर-पंखे ने भी काम करना किया बंद

भीषण गर्मी में पंखे व कूलर ने भी काम करना एक तरह से बंद ही कर दिया है. गर्मी के चलते वही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं जिन्हें बेहद जरूरी काम से कहीं जाना है. गर्मी से बचने के लिए लोग शीतल पेय, नारियल पानी व मौसमी फलों का खूब सेवन कर रहे हैं. चिकित्सक भी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि शरीर में पानी की कमी कतई ना होने दें. तेज धूप में निकले तो पूरे सावधानी जरुर बरतें. नहीं तो डिहाइड्रेशन और हीटस्ट्रोक का भी खतरा हो सकता है.

क्यों नहीं हो रही है बारिश?

मौसम विज्ञानी देवी के अनुसार, पिछले साल एक के बाद एक कई पश्चिमी विक्षोभ आए, लेकिन इस साल पश्चिमी विक्षोभ की गतिविधि दुर्लभ व कमजोर है. अगर है भी, तो यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है व उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित नहीं कर रहा है. जेनामनी ने बताया कि मार्च में ऐसे 5 सिस्टम थे, लेकिन वह हवाओं, नमी या बादलों के मामले में उत्तर पश्चिमी क्षेत्र को प्रभावित किए बिना हिमालय के उत्तर में चले गए और यह प्रवृत्ति जारी रही है. वहीं मौसम विभाग की के अनुसार अभी पारे में उतार चढ़ाव जारी रहेगा. हालांकि, 3  और 4 चार मई को आंशिक बदली छाने से थोड़ी सी राहत मिलने के आसार  जरुर दिखाई दे रहे हैं.

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