लॉक डाउन की वजह से किसान परेशान, नहीं मिल रहे बीज-खाद्य और फसल कटाई के लिए लोग

कोरोना की वजह से पूरे देश में 21 दिन का लॉक डाउन है। लेकिन लॉक डाउन की वजह से किसान काफी परेशान हैं। यूपी के अमेठी जिले मे लॉक डाउन के दौरान किसानो को बड़ी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जहां मशीन से गेहूं की मड़ाई होने से किसानों के आगे उनके जानवरों को भूसा मिलने की समस्या आ रही है।  वहीं किसान केंद्र बंद होने से सब्जियों के बीज और खाद भी नहीं मिल रही है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो जा रहा है।

किसानों की इस समस्या के बारे में जब गुरुवार को अमेठी तहसील के किसानों से न्यूजनशा की टीम ने उनका हाल पूछा तब किसानों ने अपनी समस्या बताई। किसानों ने बताया कि गेहूं अगर मशीन से नहीं कटे हाथ से कटे तो भूसा आदि मिल जाएगा। मशीन से काटने पर जानवर रोड पर आ जाएंगे।  और पहले से ही जानवर रोड पर थे। जानवरों के खाने के लिए चारा नहीं मिल पाएगा। उरद और चरी को बोने के लिए समस्या आ रही है। एक दूसरे किसान ने बताया कि आदमी मिल नहीं रहे हैं। इसीलिए  मशीन से कटाई हो रही है। इससे पशुओ कों चारा नहीं मिल पाएगा। किसान केंद्र बंद हैं, इससे सब्जियों और दाल की बुआई नहीं हो पाएगी।

वही किसान नेता प्रमोद मिश्रा से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसानों को अभी तक लॉक डाउन में कम समस्या थी लेकिन अब समस्या बहुत ज्यादा है। उरद की बुआई चल रही है, खाद नहीं मिल रही है बीज नही मिल रहा है। किसानों को खेत में काम करने के लिए आदमी नहीं मिल रहे हैं। पहले गांव में एक दूसरे से मिलकर कटाई करा देते थे, मड़ाई करा देते थे। लेकिन अब कोई भी आदमी किसी का काम करने को तैयार नही है। मशीन से गेहूं काटने से 30 प्रतिशत भूसे का नुक़सान तो 10 प्रतिशत दाने का नुकसान हो रहा है। थ्रेसर से भूसा और दाना अच्छे से निकल आता था, लेकिन लॉक डाउन में किसान की अर्थव्यवस्था डैमेज होती जा रही है। उन्होंने बताया डीएम और सीडीओ को फोन से इस समस्या के बारे मे अवगत करा दिया गया है।

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