ये हैं हैदराबाद के दरिंदे, और ये था इनका प्लान !

हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हुई दरिंदगी ने एक बार फिर लोगों को अंदर से झकझोर दिया है। इस हैवानियत के खिलाफ देशभर में लोग सड़कों पर उतरकर महिला सुरक्षा पर सवाल कर रहे हैं। इस दौरान उस रात की एक वीडियो सामने आई है जिसमे आरोपियों की हरकतों का पूरा चिटठा है। पुलिस के मुताबिक, 27 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर को ट्रक ड्राइवर और उसके साथियों ने अगवा किया, उसे सुनसान जगह पर ले गए, उसे जबरन शराब पिलाई, गैंगरेप किया और फिर उसकी जान ले ली। पीड़िता को जलाने के बाद उसका फोन, घड़ी सब छिपा दिया गया। मामले में चारो आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।

पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगी। इन चारो आरोपियों का आपस में पुराना रिश्ता है। दरअसल चारों आरोपी बचपन के दोस्त हैं। आरोपी मोहम्मद आरिफ ट्रक ड्राइवर है, बाकी तीनों क्लीनर हैं।

आरोपी नंबर-1
नाम- आरिफ
उम्र- 26 साल
पढ़ाई- दसवीं पास

आरोपी नंबर-2
नाम-शिवा
उम्र-20 साल

आरोपी नंबर-3
नाम-नवीन कुमार
उम्र-20 साल
नवीन और शिवा की आपस में रिश्तेदारी है।

आरोपी नंबर-4
नाम-चेन्ना केशवल्लु
उम्र-21 साल
परिवार खेती से गुजारा करता है।
साल भरे पहले ही इसकी शादी हुई है।

पुलिस की रिमांड कॉपी के अनुसार 27 नवंबर की रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक पूरी वारदात को अंजाम दिया गया। इनमे शिवा सबके लिए शराब लाया था। आरिफ ने सबसे पहले पीड़िता की अस्मत लूटी। आरिफ, नवीन, शिवा तीनों मिलकर पीडिता को उठाकर सुनसान जगह लेकर गए। आरिफ ने ही मुंह दबाकर हत्या की। उसी ने पेट्रोल छिड़का और शिवा ने आग लगाई।

हैदराबाद गैंगरेप केस की जांच के दौरान जो खुलासे हुए हैं, उससे यही लग रहा है कि शराब के नशे में धुत्त आरोपियों ने खौफनाक वारदात को ऐसे अंजाम दिया मानो कुछ हुआ ही ना हो। सब पीड़िता को मौत के हवाले कर आराम से घर चले गए। हालाँकि इससे पूरा देश ज़रूर खौल गया है। हैदराबाद से 50 किलोमीटर दूर इस कसबे के पुलिस थाने के सामने ‘हमें न्याय चाहिए’ का नारा लगाते हुए स्थानीय निवासियों ने धरना दिया, जिसमें महिलाएं और छात्र भी शामिल थे। वे आरोपियों को बिना पूछताछ और बिना सुनवाई के जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे थे।

हैदराबाद में जिस पुलिस थाने में इस वारदात के आरोपियों को रखा गया है, उसकी भनक लोगों को लगी तो कुछ ही देर में सैकड़ों लोगों ने थाना घेर लिया। वहीँ इस मामले में संसद को घेरने अनु दुबे नाम की एक लड़की संसद के सामने धरने पर बैठ गई और रोने लगी। अनु दुबे के विरोध प्रदर्शन को निर्भया की मां का भी साथ मिला। निर्भया की मां ने कहा कि हैदराबाद की घटना ने फिर 2012 की यादें ताजा कर दी हैं। हालाँकि इस घटना को लेकर देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का कोई बयान नहीं आया है।

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