मशहूर बाग़ प्रिंट कारखाने में लगी आग, नुकसान का अनुमान नहीं

मध्य प्रदेश के धार के मशहूर बाग प्रिंट कारखाने में रविवार सुबह भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में किसी की जान नहीं गई है, लेकिन लाखों का कपडा जल गया। कारखाने के मालिक के अनुसार कारखाने में मौजूद रेशम का सारा कपडा, भाते(ब्लॉक्स) एवं अन्य औजार उपकरण जल कर राख हो गये। बता दें कि यह कारखाना बाग़ प्रिंटिंग शुरू करने वाले खत्री परिवार का ही था।

कारखाने के संचालक के अनुसार, कारखाने के पीछे से एक हाई टेंशन वाली बिजली की तार जाती थी। रविवार सुबह यह तार टूटकर कारखाने के तार पतरे पर गिर गई। इससे कारखाने में आग लग गई। इससे कारखाने में रखा सारा कपडा, औजार और दूसरी चीज़े जल गई। चूँकि जलने वाला ज़्यादातर कपडा रेशम का था, तो नुकसान का अनुमान लगाना मुश्किल है।

बता दें कि धार के बाग-टांडा रोड़ पर स्थित बाग़ प्रिंटिंग का यह कारखाना खत्री परिवार द्वारा चलाया जाता है। दुनिया भर में मशहूर बाग़ कला को शुरू करने वाला भी यही खत्री परिवार था। पाकिस्तान के सिंध से आकर यहाँ बसे खत्री परिवार को इस कला के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। गौरतलब है कि इस कारखाने में 2016 में आग लगाए जाने का मामला सामने आया था। उस समय भी कारखाने का आधे से ज़्यादा कपडा और सामन जल गया था।

बता दें कि इस समय खत्री परिवार की तीसरी पीढ़ी इस कारखाने को चला रही है। इस कला को दुनिया तक पहुंचाने में खत्री परिवार के इस्माइल सुलेमान खत्री, मोहम्मद रफ़ीक खत्री, मोहम्मद आरिफ़ खत्री, अब्दुल कादर खत्री, कासिम खत्री, हज्जानी जैतुन बी का हाथ है। इस्माइल सुलेमान खत्री को बाग़ प्रिंट का जनक भी कहा जाता है।

अशोक पाटीदार की रिपोर्ट 

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