मेडिकल पाठ्यक्रम में पिछड़े वर्गों को आरक्षण नहीं दिए जाने पर अखिलेश यादव के बाद अब धर्मेंद्र यादव ने सरकार को घेरा

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार के फैसले पर रोष जताया है। उन्होंने कहा है कि अखिल भारतीय कोटे के तहत मेडिकल पीजी पाठ्यक्रम की भर्ती में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं को संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण का लाभ ना दिया जाना ओबीसी के साथ अन्याय है। इस संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के नोटिस का तत्काल उत्तर दें इस को तुरंत लागू किया।

बता दें कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने शिकायतें मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय को नोटिस भेजकर पूछा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा में मंडल आयोग की सिफारिश के अनुरूप अन्य पिछड़े वर्गों को 27% आरक्षण का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है।

वहीं अब इस मामले पर बदायूं से पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी नेता धर्मेंद्र यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि देश के शोषित समाज के लिए भाजपा राज के ये 6 साल किसी काले अध्याय से कम नहीं है। दलित, ओबीसी, मजदूर, गरीब के हक की लूट यह सरकार जितनी भी कर सकती है, जहां भी कर सकती है, जैसे भी कर सकती है उसे करने में बिल्कुल चूकती नहीं है। चाहे आईएएस की परीक्षा पास किए बगैर सीधे संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्तियों का मामला हो, यूपी में शिक्षक भर्ती करने हो, मेडिकल कॉलेज में दाखिले का मामला हो हर जगह पिछड़ों दलितों का हक मारा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वंचित समाज को अब यह सोचना पड़ेगा कि वह कब तक अपने अधिकारों के हनन को सहन करेंगे। अगर यह समाज समय रहते नहीं चेता तो, वह दिन दूर नहीं जब हमें नौकरियां तो दूर शिक्षा से वंचित भी कर दिया जाएगा।

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