हरियाणा में तैयार हुई दुनिया की पहली इलेक्ट्रीफाइड रेल सुरंग, 10 लाख साल पुरानी चट्टानों के भीतर बना प्रोजेक्ट

हरियाणा : भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेंट कोरिडोर महामारी के बावजूद तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी रुकावट अब खत्म हो चुकी है। बता देगी हरियाणा के सोहाना के पास अरावली की पहाड़ियों को चीरने के लिए टनल में एक विस्फोट किया गया है। इससे यह चैनल दोनों और से खुल चुकी है। इस प्रोजेक्ट में है सबसे बड़ी रुकावट बन रहा था लेकिन अब यह काम आसान हो गया है।

इस पहाड़ी में सुरंग बनाने के लिए 1 साल से काम चल रहा था इसकी खास बात यह है कि यह दुनिया की पहली ऐसी इलेक्ट्रीफाइड रेल सुरंग है जिसमें डबल स्टेक कंटेनर चल सकेगी। मतलब डगर डेकर मालगाड़ी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी।

बता दें कि इस सुरंग की लंबाई 1 किलोमीटर रखी गई है अभी तक इन दोनों कॉरिडोर में 500 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बिछ चुका है। यह प्रोजेक्ट अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है। भारतीय रेल माल गाड़ियों को चलाने के लिए इस खास रेल लाइन को बना रहा है। वही अभी तक देश में माल गाड़ियां भी उन्हीं पटरियों पर चल रही है जहां पर सवारी गाड़ियां भी दौड़ रही है। जिसके चलते माल गाड़ियों को चलने में बहुत विलंब हो जाता है।

ऐसे में अब अलग से डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है जहां पर सिर्फ भारतीय रेल माल गाड़ियों को ही दौड़ा पाएगा। माल गाड़ियों के लिए बन रहा भारतीय रेलवे का यह प्रोजेक्ट देश में दो डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बना रहा है। दोनों को नोएडा के दादरी में लिंक किया जाएगा। जिसका नाम वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर है जो नोएडा के दादरी से गुड़गांव और गुजरात होते हुए मुंबई तक जाएगा। भाई दूसरा ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जो पंजाब के लुधियाना से दादरी होते हुए कोलकाता तक जाएगा।

इस कॉरिडोर के जीएम ऑपरेशंस वेदप्रकाश ने एक मीडिया चैनल को यह भी बताया है कि यह प्रोजेक्ट 10 लाख साल पुरानी चट्टानों के भीतर बनाया जा रहा है। यह सुरंग आधुनिक इंजीनियरिंग का अद्भुत उदाहरण बनेगी। इसकी खासियत यह है कि इसके अंदर 100 किलोमीटर की रफ्तार से डबल डेकर ट्रेन दौड़ सकेंगी।

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