जोशीमठ की समस्याओं को दूर कर पाएगा PMO ?

देहरादून। जोशीमठ के हालात को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्तिथि पर निगरानी बनाए हुए हैं। गृह मंत्रालय के बाद अब प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की एक टीम ने जोशीमठ (Joshimath) का दौरा कर आपदा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। जल्द ही ये टीम अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय टीम जोशीमठ का दौरा कर पिछले हफ्ते वापस लौट चुकी है। अब रविवार को पीएमओ में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व में एक केंद्रीय टीम ने जोशीमठ का दौरा किया। जानकारी के मुताबिक दौरे का मकसद उस क्षेत्र की स्थिति का अलग से निरीक्षण करना था, जहां दरारें दिखाई दे रही हैं और पानी की गुणवत्ता बिगड़ रही है।

एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल (Mangesh Ghildiyal) रविवार को जोशीमठ पहुंचे और आपदा राहत, बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ नगर पालिका क्षेत्र में भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि दरारों में मामूली वृद्धि हुई है, जिसकी निगरानी विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है।

वहीं दूसरी तरफ आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने भी रविवार को उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और कहा कि दरारों की संख्या में हल्की वृद्धि हुई है, लेकिन किसी भी नए क्षेत्र को नुकसान का सामना नहीं करना पड़ा है।

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की एक टीम ने सीमा प्रबंधन सचिव डीएस गंगवार के नेतृत्व में पिछले सप्ताह देहरादून और जोशीमठ का दौरा किया था और राज्य के अधिकारियों के साथ परामर्श किया था। टीम 10 जनवरी को जोशीमठ भी गई। स्थानीय अधिकारियों ने केंद्रीय टीमों को जिला अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी है।

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