कृषि मंत्री द्वारा ब्लैक लिस्टेड सोसायटी के लिए पत्र लिखे जाने पर कांग्रेस ने पूछा, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’?

भोपाल। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि हरदा में एक किसान सूरज द्वारा जहर पी लेने और आत्महत्या का प्रयास करने के मामले में कमल पटेल के भ्रष्ट अफसरों से रिश्ते सामने आ गए हैं। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता कहा कहना है कि ब्लैक लिस्टेड चोपड़ा सोसाइटी को वापस सर्वे सूची में लाने के लिए कलेक्टर पर दबाव बनाने पत्र लिखा था। उन्होंने मंत्री के पत्रों की छाया प्रतियां जारी कर कहा है कि वे बताएं, ये रिश्ता क्या कहलाता है?

कांग्रेस नेता भूपेन्द्र गुप्ता ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर अपने आरोपों में यह भी कहा है कि जिस भ्रष्ट अधिकारी ने किसानों की प्रताडऩा की और किसान आत्मघात के लिए मजबूर हुए, उस अधिकारी ने किसान के बाजू में खड़े होने के बावजूद उसे जहर पीने से नहीं रोका। ऐसे निर्दय अधिकारी के लिए भी कृषि कल्याण मंत्री कमल पटेल ने प्रशस्ति पत्र जारी किया था।

कांग्रेस नेता भूपेन्द्र गुप्ता ने कृषि मंत्री कमल पटेल से किसानों को लेकर सवाल पूछे है, जिसमें उन्होंने कहा कि ब्लैक लिस्टेड चोपड़ा समिति को ब्लैक लिस्ट की सूची से बाहर करने के लिए 14 अप्रैल 2020 को कमल पटेल ने कलेक्टर हरदा को पत्र क्यों लिखा? साथ ही उन्होंने यह भी पूछा है कि किसानों को प्रताडि़त करने के आरोपी असिस्टेंट रजिस्ट्रार अखिलेश चौहान को अगस्त 2020 में प्रशस्ति पत्र क्यों दिया? मंत्री कमल पटेल बताएं कि चोपड़ा की समिति के वरिष्ठ प्रबंधक को बचाने में उनके क्या स्वार्थ जुड़े हुए हैं? 100 से अधिक किसानों का चना का भुगतान बाकी क्यों है? भूपेंद्र गुप्ता ने कृषि मंत्री को बर्खास्त करने की करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कृषि कल्याण मंत्री की आरोपितों के साथ सांठगांठ की जांच कराएं और ऐसे किसान विरोधी मंत्री को तत्काल बाहर का रास्ता दिखाएं।

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