वाराणसी : जेल में बंद कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए कांग्रेस का प्रदर्शन

वाराणसी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को काला झंडा दिखाने के मामले में जमानत मंजूर होने के बाद भी कार्यकर्ताओं की रिहाई न होने से नाराज कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शुक्रवार को सड़क पर उतर आये।

कैंटोमेंट क्षेत्र स्थित एक माल के पास जुटे कार्यकर्ताओं का हुजूम उग्र प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी के आवास की ओर बढ़ा तो वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। इससे नाराज कार्यकर्ता बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान डीएम आवास की ओर बढ़ रही एक कांग्रेसी महिला कार्यकर्ता को रोकने में पुलिस बल को पसीना छूट गया। क्यूआरटी दस्ते की महिला कांस्टेबल ने किसी तरह कार्यकर्ता को रोक लिया।

प्रदर्शन के बीच ही कड़ी धूप और उमस में धरने पर बैठी महिला कार्यकर्ता रोशनी जायसवाल गश खाकर अचानक गिर गई। यह देख कार्यकर्ताओं में खलबली मच गई। कार्यकर्ता ने उनके चेहरे पर पानी के छीटें मारकर सामान्य बनाया। होश में आते ही रोशनी जिला प्रशासन के अफसरों पर उखड़ गई।

रोशनी ने कहा कि साथियों की जमानत न्यायालय से मंजूर हो गई है। सभी न्यायिक प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन उन्हेंं रिहा नहीं कर रहा है। आज उनकी रिहाई नही हुई तो शनिवार और रविवार को भी रिहाई नही हो पायेगी।

कार्यकर्ताओं ने बताया कि गुरूवार को भी वे अधिवक्ताओं के साथ एसीएम फोर्थ शुभांगी शुक्ला को पत्रक देने गए थे। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा गया। कार्यकर्ताओं ने विरोध में कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी की थी। कार्यकर्ताओं ​का आरोप है अपर नगर मजिस्ट्रेट रिहाई के दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं। उधर, अफसर कार्यकर्ताओं को धरना समाप्त करने के लिए समझाने बुझाने में लगे रहे। बाद में एडीएम ने कार्यकर्ताओं से उनकी मांगों का ज्ञापन लिया। उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात का आश्वासन भी दिया। इसके बाद भी जिलाधिकारी से मुलाकात न होने पर कार्यकर्ता नाराजगी जता वहीं जमे रहे।

प्रदर्शन में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,सरिता पटेल, अविनाश मिश्र, हरिश्चंद्र मिश्र सहित युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में शामिल रहे।

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