दिल्ली में रिकॉर्ड ठंड के लिए UN ने सितम्बर में ही चेताया था

दिल्ली में कई साल की “रिकॉर्ड ठंड” पड़ी है लेकिन क्या ये सिर्फ एक मौसम है ? या फिर दिल्ली की तेज ठण्ड से मौसम ने खतरनाक दस्तक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ठंड ने 118 साल का रिकॉर्ड तोडा है | आज दिल्ली में न्यूनतम 1.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड दर्ज किया गया। मौसम के इस बदलाव को अनदेखा नहीं किया जा सकता क्योंकि इस बारे में सितम्बर में UN ने भारत को चेताया था।

बता दें कि मौका था न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक आपातकालीन जलवायु शिखर सम्मेलन का, जिसमें विश्वभर से नेताओ को बुलाया गया था | इसी वक़्त ये भी बताया गया की जलवायु परिवर्तन में तेजी से हो रहे बदलावों का असर भारत पर कैसे पड़ेगा।

इस सम्मलेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्बोधित किया था। ये सम्मलेन भारत के लिए कई मायनो में अहम् था। इसमें बड़े एक्सपर्ट्स ने बताया था की पहले ही 1990 के मुकाबले 3 डिग्री सेल्सियस का जलवायु में परिवर्तन आ चूका है। खतरे की बात ये है की विश्व बैंक ने जो जानकारी जुटाई उसके मुताबिक भारत में गंगा, और उसकी सहायक नदियों के प्रवाह में बड़ा खतरा दिख रहा है और उसकी वजह है ‘हिमालय के तेज़ी से पिघलते ग्लेशियर’ | बताते चले कि भारत में रहने वाले 600 मिलियन लोग जो नदी के पास रहते हैं वो इससे ज्यादा प्रभावित होंगे।

लगभग 148 मिलियन लोग भारत में ऐसी जगह पर रहते हैं, जहाँ प्राकृतिक परिवर्तन सबसे ज्यादा होते है | जो की बड़े स्तर पर अब दिखने भी लगे हैं | जैसे तेज़ गरम हवा का चलना, बाढ़ आना और तेज़ ठंडी हवा चलना, मौसम के ये बदलाव भारत में अब दिखने भी लगे हैं | इससे भारत में पानी का बड़ा संकट पैदा हो चुका है साथ ही मौसम का तेज़ी से बदलना भी खतरे की बड़ी दस्तक है।

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