लखनऊ की इस सीट पर 31 साल से है बीजेपी का कब्जा, क्या सपा जीत पाएगी 

बार फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में विपक्ष के सामने बीजेपी के इस मजबूत किले में सेंध लगाने की चुनौती

लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव में तीन चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है. अब चौथे चरण के रण में अवध क्षेत्र में 23 फरवरी को मतदान होना है. इस चरण में 9 जिलों की 59 सीटों पर चुनाव होगा, जिसमें राजधानी लखनऊ भी शामिल है. राजधानी लखनऊ पूर्व की सीट ऐसी हाई-प्रोफाइल सीट है, जहां 1991 के बाद से बीजेपी का कब्जा बरकरार है. इतना ही नहीं 2012 में समाजवादी पार्टी की लहर में भी इस सीट से कमल खिला था. एक बार फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में विपक्ष के सामने बीजेपी के इस मजबूत किले में सेंध लगाने की चुनौती होगी.

बता दे कि पिछले चुनावों में भी सपा व उसके सहयोगी दल इस सीट पर बीजेपी को चुनौती देते रहे है. इस बार भी सीधा मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. हालांकि बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी इस बार अपनी-अपनी जीत का दावा करते नजर आ रहे हैं. इस सीट से बीजेपी के दो बार से विधायक और योगी सरकार में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन हैट्रिक लगाने की फ़िराक में हैं तो समाजवादी पार्टी ने अनुराग भदौरिया को मैदान में उतारा है. अनुराग भदौरिया पिछली बार भी आशुतोष टंडन के खिलाफ चुनाव लड़े, थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बसपा ने इस सीट से आशीष कुमार सिन्हा को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने मनोज तिवारी को टिकट दिया है. आम आदमी पार्टी की तरफ से अलोक सिंह ताल ठोक रहे हैं.

लखनऊ पूर्वी सीट पर वोटों की समीकरण

लखनऊ पूर्वी सीट पर कुल 4,51408 मतदाता हैं. ब्राह्मण बाहुल्य इस सीट सवर्ण मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करते हैं. यहां ब्राह्मण मतदाता 90 हजार, क्षत्रिय 75 हजार, कायस्थ 40 हजार, दलित 80 हजार, यादव 40 हजार और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 50 हजार है.

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