My Scorpio, My किडनैपर.. और मै ही किडनैप, होना चाहते थे Viral.. अब पुलिस ने किया ये हाल.. देखें Video

सीकर जिले में एक युवक ने सोशल मीडिया पर “लोकप्रियता पाने” की चाह में एक वीडियो तैयार किया, जिसमें उसने खुद को किडनैप करवा लिया। यह “रियल किडनैपिंग” दिखने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लेकिन जल्द ही यह गंभीर आपराधिक मामला बन गया, जिसने उसकी गिरफ्तारी के साथ एक बड़ी सीख दी है।
क्या था पूरा मामले की शुरुआत ?
युवक ने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में वीडियो शूट किया, जिसमें वह खुद को अपहृत होने का नाटक करता नजर आता है। इसका मकसद था सोशल मीडिया पर व्यूज और लोकप्रियता प्राप्त करना।
वीडियो में दिखाए गए किडनैपिंग सीन ने देखने वालों को मूर्ख बना दिया और कुछ लोगों ने इसकी सच्चाई पर सवाल भी उठाए।
हालांकि युवक ने इसे सिर्फ “प्रैंक” बताया, लेकिन वास्तविकता यह रही कि उसके इस कदम ने पुलिस की समय और संसाधनों को बर्बाद कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
प्रैंक के वीडियो के वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
युवक को स्कॉर्पियो सहित गिरफ्तार किया गया, और उस पर “झूठा रिपोर्ट” व “सार्वजनिक संसाधनों की बर्बादी” जैसे ज गंभीर आरोप लगाए गए।
पुलिस के अनुसार, युवक ने यह सब बस लोकप्रियता पाने के चक्कर में किया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया… और फिर पकड़ा गया।
कानूनी दायरे में यह क्यों घोर गलती ?
सोशल मीडिया क्लिप्स बनाना एक बात है, लेकिन किसी को डराना या भड़काना गंभीर अपराध है।
कानून के अनुसार यह गिरोह पुलिस समय व जनता की सुरक्षा संसाधन बर्बाद करने जैसा है।
कई ऐसा मानते हैं कि इसमें कार्रवाई न हो, तो यह बर्बाद फ़ैल सकता है।
सोशल मीडिया पर इस तरह के प्रैंक्स पर रोक क्यों जरूरी ?
लोकप्रियता के लिए खतरनाक खेल – इस तरह के वीडियो आत्महत्या, हानि, या बड़े हादसे के रूप में बदल सकते हैं।
पुलिस और प्रशासन का समय बर्बाद होता है, जो गंभीर मामलों के लिए जरूरी था।
युवा वर्ग में अनुचित संदेश – सरल दिखने वाले प्रैंक वास्तव में कितने खतरनाक हो सकते हैं, यह समझना ज़रूरी है।
सीकर के पिपराली चौराहे के पास एक स्कॉर्पियो में 2-3 लड़के आए और सड़क किनारे खड़े एक लड़के को जबरदस्ती गाड़ी में डालकर एक वीडियो बनाया प्रैंक सीकर में स्कॉर्पियो के नंबर से आरोपी राहुल (19) निवासी कुड़ली,सीकर पुलिस ने गिरप्तार किया। pic.twitter.com/0UtjYUCPVp
— Manoj Choudhary Sikar (@manoj_bisu) June 20, 2025
मनोरंजन की पहचान और जिम्मेदारी की सीमा
सोशल मीडिया पर “वायरल होने की चाह” में सीमाओं को पार करना गंभीर समस्याओं को बुला सकता है। पुलिस और न्यायपालिका ने इस तरह की हरकतों के खिलाफ कदम उठाने की शुरुआत कर दी है। ऐसे ही “डरावने खेल” अब भी बहुत कुछ सिखा सकते हैं—परंतु कीमत अक्सर बहुत भारी होती है।