शिवराज बताएं, सरकार गिराने पार्टी से कितने पैसे मिले: कांग्रेस

ग्वालियर। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चम्बल संभाग) के.के. मिश्रा ने कहा है कि दिमनी, जौरा, महगांव और गोहद की चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस की सरकार गिराने की स्वीकारोक्ति दी है। इसलिए अब उन्हें यह भी स्पष्ट कर देना चाहिए कि कांग्रेस की चुनी हुई सरकार गिराने के लिए पार्टी से कितने पैसे मिले थे

मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री यदि धीरे-धीरे कमलनाथ सरकार को गिराने की सच्चाई उगल ही रहे है तो उन्हें अब उस सच्चाई को भी उजागर कर देना चाहिये कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में सरकार गिराने के लिए स्थानीय नेतृत्व को 1250 करोड़ रूपये उधारी के रूप में किस केंद्रीय मंत्री से किसके निर्देश पर दिलवाये थे, उसमें से 440 करोड़ रूपये नगद बिकाऊओं के किस आका को दिये गये थे और एक एक बिकाऊ को दी गई धनराशि कितने करोड़ रूपयों में थी? यहीं नहीं, मुख्यमंत्री जी यह भी बतायें कि क्या यह भी झूठ है कि प्रदेश के पांच वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारियों के माध्यम से कोरोना काल में एकत्र 1500 करोड़ रूपयों की राशि में से 1250 करोड़ रूपयों के कर्ज की अदायगी उक्त मंत्री महोदय को कर दी गई है।

मिश्रा ने कहा कि अपने उक्त बयान के पूर्व मुख्यमंत्री ने कभी यह कहा था कि कमलनाथ सरकार खुद अपने कर्मो से गिरी है बाद में इन्दौर की एक चुनावी सभा में उन्होंने यह सार्वजनिक तौर पर कहा कि यदि तुलसी सिलावट नहीं होते तो मैं मुख्यमंत्री नहीं बन सकता था, अब चुनावी सभाओं में सरकार गिराने की उनकी इस स्वीकारोक्ति ने अपने अक्षम्य राजनैतिक अपराध को सुस्पष्ट कर दिया है। लिहाजा, अब उनके साथ क्या सलूक होना चाहिये? 03 नवंबर को वोटों के आधार पर सरकार चुनने वाली जागरूक जनता नोटों के माध्यम से उनके प्रतिनिधियों के बिक जाने का जबाब ले लेगी।

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