रायपुर : चीतल के अवैध शिकार में पांच आरोपितों को जेल

रायपुर। वन विभाग द्वारा राज्य भर में वनों में अवैध शिकार, लकड़ी की कटाई और अवैध परिवहन पर रोकथाम सहित वनों की सुरक्षा के लिए कार्रवाई लगातार जारी है।

इस तारतम्य में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरूण पाण्डेय ने बताया कि आज वन परिक्षेत्र महासमुंद के अंतर्गत चीतल के शिकार में ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा तथा सिरगिड़ी के पांच आरोपितों को वन तथा पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई। इस संबंध में मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर संयुक्त टीम द्वारा तीन अक्टूबर को सुबह 9 बजे ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के मुख्य अभियुक्त बसंत वल्द नीलू खड़िया के घर जाकर गहन तलाशी ली गई। वहां मौके पर शिकार में करंट लगाने के लिए प्रयुक्त दो बंडल जी.आई. तार तथा चीतल की खोपड़ी, जबड़ा और गर्दन की हड्डी जब्त की गई।

मुख्य अभियुक्त से पूछताछ के आधार पर अन्य चार आरोपितों में से ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के तोरण वल्द मंगलू खड़िया, चंदूराम वल्द बुधराम धु्रव और ग्राम सिरगिड़ी के हरिचंद वल्द बड़कू साहू तथा लोकू वल्द केजउ दीवान को भी गिरफ्तार कर वन अपराध प्रकरण के तहत कार्रवाई की गई। तत्पश्चात् उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए सभी पांच आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।

मुख्य वन संरक्षक रायपुर जे.आर. नायक ने बताया कि उक्त कार्रवाई के दौरान वनमण्डलाधिकारी महासमुंद मयंक पाण्डेय के निर्देशानुसार गठित विभागीय टीम में उप वनमण्डलाधिकारी एस.एस. नाविक, सहित वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश चौबे, नवीन कुमार शर्मा, रूपेश कन्नौजे तथा नीलकंठ साहू आदि विभागीय अमले का सराहनीय योगदान रहा है।

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