लखनऊ में दिखी कथक की इंद्रधनुषी छटा

पं. अनुज मिश्रा कथक एकेडमी की ओर से ‘कथक के विभिन्न रंग‘ का हुआ आयोजन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को कथक की इंद्रधनुषी छटा देखने को मिली। परम्परागत कथक के अलावा कव्वाली पर कथक की प्रस्तुति सराहनीय रही। पं. अर्जुन अनुज मिश्र डांस कम्पनी और पं. अनुज मिश्रा कथक एकेडमी ने । इस अवसर पर पेरिस से आए एलेन वेबर और प्रसिद्ध तबला वादक पं. रविनाथ मिश्रा काे सम्मानित भी किया गया।

‘कथक के विभिन्न रंग‘ कार्यक्रम का आयोजन गोमती नगर स्थित उ.प्र. संत गाड्गेजी महाराज प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत कव्वाली से हुई। गायक कफील खान और इलियास हुसैन व साथियों ने कव्वाली की शुरूआत ‘ए री सखी मोरे पिया घर आए… से की। इसके बाद बड़ी लोकप्रिय और हर महफिल में गाई जानी वाली ‘दमादम मस्त कलदर….. और छाप तिलक सब छीनी तोसे नैना मिलाई के… गाया। इनके साथ संगत कर्ताओं में तबले पर विकास मिश्रा, बांसुरी पर दीपेंद्र लाल कुंवर व सांरगी पर इलियास हुसैन खान ने साथ दिया। इस पर नृत्यागंनाओं ने कथक भी प्रस्तुत किया।इसकी कोरियाग्राफी अनुज मिश्रा ने की थी।

कार्यक्रम में इसके बाद कथक नर्तक पं. अनुज मिश्रा ने विवाह से पहले सीता माता द्वारा की देवी की पूजा को कथक को उतारा। इसको श्रीरामचरित मानस से लिया गया था, जिसके बोल थे, जय जय गिरिराज किशोरी, जय महेश मुख चंद चकोरी। इसके अलावा उन्होंने कृष्ण वंदना भजे ब्रजे… भी प्रस्तुत की। इसके बाद नेहा सिंह मिश्रा ने ठुमरी ‘हटो छेड़ों न कन्हाई, काहे को रार मचाई… पर बड़ा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देश के वीर जवानों को समर्पित करते हुए नृत्य भी प्रस्तुत किए।

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