सपा नेता ने बायोमेट्रिक द्वारा वितरण पर उठाए सवाल

पूरे भारत में कोरोनावायरस कहर बरपा रहा है। कोरोना वायरस के चलते भारत को 21 दिनों के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है। ऐसे में भारत में अब हर चीज पर ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही हैं। ऐसे में सरकार द्वारा राशन दिए जाने पर भी अब सवाल उठने लगे हैं। कहां जा रहा है कि सरकार द्वारा जो राशन दिया जा रहा है उससे पहले बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करवाया जा रहा है जिससे कोरोनावायरस फैल सकता है।

समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा कि “एकतरफ जहॉं देश में कोरोना को लेकर आपात स्थिति तथा हज़ारों की संख्या में लोग पीडित है, UP सरकार का बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण द्वारा ही राशन वितरण पर बल देना बिलकुल तर्कसंगत नहीं है। यह संक्रमण को बढावा दे सकता है। मैं सीएम योगी आदित्यनाथ से इस विषय में पुन: विचार का निवेदन करता हूं।”

बता दें कि कहा जा रहा है कि “यूपी में PDS के अंदर बायोमेट्रिक प्रणाली का प्रयोग कोरोना संक्रमण के फैलाव में सहायक हो सकता है। इस वैश्विक महामारी के रोकथाम के लिए जहां पूरा देश रात दिन जूझ रहा है एक छोटी सी गलती भारी तबाही ला सकती है। इसलिए सरकार से अपील की जा रही है कि जनता में अनाज वितरण EPOS मशीन के बिना ही करें।”

हालाँकि सरकार की तरफ़ से अभी ऐसी कोई घोषणा या जानकारी सामने नही आयी है। सरकार ने बायोमेट्रिक को लेकर अभी कोई बात सामने नहीं रखी है हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राशन वितरित करने को लेकर निम्न आदेश जारी किए है।

  • अंत्योदय कार्ड धारक, नरेगा, श्रम विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिक और दिहाड़ी मजदूरों को मिलेगा निःशुल्क राशन
  • होम क्वारन्टाईन किये गए लोगों को होम डिलीवरी के जरिये मुहैया करवाया जाएगा राशन
  • कोविड-19 महामारी को देखते हुए राशन वितरण में सोशल डिस्टेंस का पालन जरुर किया जाए।

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